खेत खलिहान : खेतों को अच्छे से तैयार करके कपास की शुरू करें बिजाई
-खाली खेतों में करें कपास की अगेती बिजाई
-खाली खेतों में करें कपास की अगेती बिजाई फोटो : 19 जेएचआर 1 जागरण संवाददाता, झज्जर :
कपास की बिजाई करने से पहले खेतों को अच्छे से तैयार करना जरूरी है। ताकि कपास की पैदावार अच्छी रहे। किसानों को चाहिए कि वे खेतों में खरपतवार को न रहने दें। साथ ही जो खेत खाली हो चुके हैं, उनमें बिजाई की तैयारी शुरू कर दें। वहीं जो खेत बिजाई के लिए तैयार हैं, उनमें कपास की बिजाई कर सकते हैं। किसान अपने खेतों के अनुसार अच्छी गुणवत्ता के बीजों का प्रयोग करें। बिजाई से पहले बीज उपचार भी करना चाहिए, ताकि कपास को बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सके। कपास की बिजाई का उचित समय 15 अप्रैल से लेकर जून माह के अंतिम सप्ताह तक है। हालांकि किसानों को समय से व अगेती कपास बिजाई करने की सलाह दी जाती है। इस समय कपास बिजाई का यह फायदा होगा कि जब तेज गर्मियां आरंभ होगी, उस समय तक पौधे गर्मी सहन करने योग्य हो जाएंगे। अगर किसान लेट बिजाई करते हैं तो हो सकता है कि तेज गर्मी के कारण कपास के पौधे छोटी उम्र में ही नष्ट हो जाएं। क्योंकि फिलहाल मौसम बिजाई के अनुकूल है। वहीं इस मौसम में मिट्टी इतनी गर्म नहीं होती कि वह पौधे को जला कर नष्ट कर सके। इसलिए किसानों को जल्दी से जल्दी कपास की बिजाई करनी चाहिए। अगेती बिजाई के बाद पौधे को बढ़ोतरी के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा और अच्छी पैदावार होगी। खासकर रेतीले इलाके में अगेती बिजाई की अधिक आवश्यकता होती है। - कृषि विभाग के एडीओ डा. अशोक सिवाच ने कहा कि जिन किसानों के खेत तैयार हैं, वे कपास की बिजाई आरंभ कर दें। जिनके खेतों में फसलें खड़ी हैं, वे लावणी के बाद खेत खाली करके उन्हें बिजाई के लिए तैयार करें। किसान जल्दी से जल्दी कपास की बिजाई करें।