बाजरे का उठान धीमा होने से लगने लगी ढेरी, 30 फीसद से अधिक का उठान बकाया

बाजरे का उठान धीमा होने के कारण मंडियों में ढेरी लगने लगी है। स्थिति यह है कि फिलहाल शेड के अलावा भी काफी बाजरा खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। ऐसे में अगर बरसात आती है तो बाजरा भीगने व खराब होने की समस्या भी बढ़ सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 06:40 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 06:40 AM (IST)
बाजरे का उठान धीमा होने से लगने लगी ढेरी, 30 फीसद से अधिक का उठान बकाया
बाजरे का उठान धीमा होने से लगने लगी ढेरी, 30 फीसद से अधिक का उठान बकाया

जागरण संवाददाता, झज्जर : बाजरे का उठान धीमा होने के कारण मंडियों में ढेरी लगने लगी है। स्थिति यह है कि फिलहाल शेड के अलावा भी काफी बाजरा खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। ऐसे में अगर बरसात आती है तो बाजरा भीगने व खराब होने की समस्या भी बढ़ सकती है। जिले की नौ मंडियों में बुधवार को 2 हजार 354 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद हुई। इसमें से सबसे अधिक बाजरा झज्जर मंडी से 843 मीट्रिक टन व सबसे कम बहादुरगढ़ मंडी से 18 मीट्रिक टन बाजरा खरीदा गया। वहीं बुधवार को 1 हजार 130 मीट्रिक टन का उठान हुआ है।

1 अक्टूबर से शुरू हुई खरीद को करीब महीना बीतने को है। 28 अक्टूबर तक जिले में कुल 36 हजार 139 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद हुई है। जिसमें से 25 हजार 286 मीट्रिक टन बाजरे का उठान हुआ है। वहीं 10 हजार 853 मीट्रिक टन बाजरा अभी भी मंडियों में पड़ा हुआ है। फिलहाल की स्थिति की बात करें तो 30.03 फीसद बाजरे को अभी भी उठान का इंतजार है। वहीं अभी तक 69.97 फीसद बाजरे का उठान हुआ है। सबसे अधिक फीसद उठान बहादुरगढ़ मंडी में 90.09 मीट्रिक टन व सबसे कम पाटौदा मंडी में 45.70 मीट्रिक टन उठान हुआ है। जिले की मंडियों में धान खरीद का ब्योरा

मंडी बुधवार को खरीद कुल खरीद उठान

मातनहेल 569 8921 6300

झज्जर 843 9691 6129

ढाकला 612 4870 2594

बेरी 19 4672 3750

बहादुरगढ़ 18 949 855

छारा 86 2593 2312

माजरा-डी 62 3052 2525

बादली 48 647 481

पाटौदा 97 744 340

कुल 2354 36139 25286

नोट : सभी आंकड़े मीट्रिक टन में हैं। -उठान कार्य बिल्कुल धीमा चल रहा है। इस कारण आढ़तियों को भी दिक्कत हो रही है। एक तो बाजरे का उठान नहीं होने के कारण हर रोज आने वाले बाजरे को डालने के लिए कम जगह मिलती है। दूसरा अगर मौसम खराब होता है या बरसात आती है तो खुले आसमान के नीचे रखा बाजरा खराब होने का डर बना रहता है। इसलिए उठान तेज किया जाए।

सतबीर सिंह मल्हान, प्रधान, आढ़ती एसोसिएशन, झज्जर अनाज मंडी।

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