रक्तदाताओं को प्रेरित करने के लिए बनाया रेखाचित्र

पूरे विश्व में 14 जून को रक्तदान मनाने की शुरुआत 2004 में हुई थी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:40 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:40 AM (IST)
रक्तदाताओं को प्रेरित करने के लिए बनाया रेखाचित्र
रक्तदाताओं को प्रेरित करने के लिए बनाया रेखाचित्र

पूरे विश्व में 14 जून को रक्तदान मनाने की शुरुआत 2004 में हुई थी फोटो : 18 जागरण संवाददाता, झज्जर : विश्व रक्तदान दिवस (व‌र्ल्ड ब्लड डोनर डे) की पूर्व संध्या पर गांव भदाना की चौपाल में भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा व उनकी बेटी अंशुल शर्मा ने मिलकर रक्तदान करने का सन्देश एक रेखाचित्र के माध्यम से दिया । इस रेखाचित्र का शीर्षक था कि हर रक्तदानकर्ता एक हीरो, रक्तदान महादान व रक्तदान करके किसी का जीवन बचाया जा सकता है । पूरे विश्व में 14 जून को रक्तदान मनाने की शुरुआत 2004 में हुई थी । जब रेडक्रास सोसाइटी व विश्व हेल्थ आर्गनाइजेशन ने मिलकर इस दिन को महान जीव वैज्ञानिक कार्ल लेन्सटिनियर के जन्मदिन को रक्तदान दिवस के रूप में मनाने की मान्यता प्रदान की । कार्ल लेन्सटिनियर ने विश्व को ब्लड ग्रुप की खोज से अवगत कराया था । उनका जन्म 14 जून 1868 में आस्ट्रिया में हुआ था । रक्तदान को सबसे बड़ा दान बताया गया है क्योंकि इससे किसी भी दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है । कोई भी 18 साल का स्वस्थ व्यक्ति अपना रक्तादान कर सकता है । इससे किसी कोई कमजोरी नहीं आती अपितु उस रक्तदान कर्ता की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है । हर किसी को अपने जीवन में बढ़-चढ़ कर रक्तदान करना चाहिए । इस रेखाचित्र में राधेश्याम कौशिक,देवीदत्त शर्मा,सुभाष शर्मा,राम वशिष्ठ, रमेश वशिष्ठ, रमन वशिष्ठ, तुषार वशिष्ठ, भावेश कौशिक,गांव की बुजुर्ग महिला बोली,केशव शर्मा,अर्जुन शर्मा,अलीशा शर्मा ने शामिल होकर संकल्प लिया कि वह अपने जीवन में रक्तदान करने का संकल्प लेते हैं व दूसरे व्यक्तियों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करेंगे ।

chat bot
आपका साथी