श्री शिव मंदिर बना भक्तों की आस्था का प्रतीक

शहर के सुभाष नगर क्षेत्र में पड़ने वाले श्री शिव मंदिर में भक्तों की अटूट श्रद्धा बसी हुई है। मंदिर में सावन के महीने के साथ-साथ अन्य दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है। आस पास के क्षेत्र के लोग मंदिर में अपना शीश झुकाकर दिन की शुरूआत करते है। मंदिर में आस्था रखते हुए शहर के अलावा दूर-दराज के क्षेत्रों के भी लोग बड़ी भारी संख्या में पहुंचते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:41 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:41 PM (IST)
श्री शिव मंदिर बना भक्तों की आस्था का प्रतीक
श्री शिव मंदिर बना भक्तों की आस्था का प्रतीक

जागरण संवाददाता, झज्जर : शहर के सुभाष नगर क्षेत्र में पड़ने वाले श्री शिव मंदिर में भक्तों की अटूट श्रद्धा बसी हुई है। मंदिर में सावन के महीने के साथ-साथ अन्य दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है। आस पास के क्षेत्र के लोग मंदिर में अपना शीश झुकाकर दिन की शुरूआत करते है। मंदिर में आस्था रखते हुए शहर के अलावा दूर-दराज के क्षेत्रों के भी लोग बड़ी भारी संख्या में पहुंचते हैं।

मान्यता : मंदिर में लेकर लोगों के बीच मान्यता है कि सच्चे मन से जो भक्त अपनी मन्नत यहां लेकर आता है। उसकी मन्नत जरूर पूरी होती है। सावन शुरू होते ही यहां पर जलाभिषेक को विशेष महत्व माना जाता है। जो लोग कामकाज होने के कारण बाहर जाकर बस गए है उनकी आस्था मंदिर के प्रति बरकरार है। वहीं मंदिर में समय-समय पर कथा की जाती है। सुबह एवं सायं के समय में शहर के लोग बड़ी संख्या में पैदल मंदिर पहुंचते हैं। यहां पर पहुंचने वाले भक्तों की मन की मुराद जरूर पूरी होती है। इधर, श्रद्धालु महिला सरस्वती ने बताया कि पहले पूजा के लिए दूर जाना पड़ता था। लेकिन, मंदिर निर्माण के बाद सभी को सहूलियत हुई है। सभी महिलाएं यहां पर पूजा आदि तथा भजन कीर्तन करती हैं।

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करीब 40 साल पहले इस मंदिर का निर्माण हुआ था। श्रद्धालु शिव परिवार को जयपुर से लेकर आए थे और यहां पर बड़े ही धूमधाम से स्थापित किया। वे पिछले करीब 18 वर्षों से मंदिर में पूजा आदि करा रहे हैं।

श्रावण मास में यहां बड़ा भंडारा लगाया जाता था। लेकिन, 2 वर्षों से कोरोना को देखते हुए मंदिर कमेटी ने यह फैसला लिया कि जब तक कोरोना का प्रकोप रहेगा तब तक यहां भीड़ भाड़ नहीं करेंगे। सुनील दत्त शर्मा, मंदिर पुजारी पिछले करीब 4 साल से मंदिर कमेटी के प्रधान बने हैं। मंदिर के विस्तार के लिए जो भी काम करते हैं उसमें सभी लोग तथा कमेटी के सदस्य मिलजुल कर बड़े ही भक्ति भाव से फैसला लेते हैं। मंदिर से जुड़ी योजनाओं को सभी के सहयोग से क्रियांवित किया जा रहा हैं। - देवेंद्र पटवारी, प्रधान, मंदिर कमेटी

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