कलश यात्रा के साथ पंजाबी धर्मशाला में श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ
- शहर में संकीर्तन करते हुए श्रद्धालुओं ने दिखाए अपने भाव
जागरण संवाददाता, झज्जर : भागवत परिवार एवं गोस्वामी परिवार द्वारा पंजाबी धर्मशाला में संगीतमयी श्री मद भागवत सप्ताह कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कथा प्रवक्ता ने बताया कि लेखराज गोस्वामी की पुण्य स्मृति में 24 अक्टूबर तक प्रतिदिन कथा वाचक आचार्य पं. विमल कृष्ण पाठक जी महाराज वृन्दावन धाम वाले श्री मद भागवत कथा का रसपान कराएंगे। कथा का शुभारंभ कलश शोभा यात्रा से हुआ। जो कि डायमंड चौक, गोपाल मंदिर, पुराना पीएनबी क्षेत्र से होते हुए हनुमान मंदिर तक पहुंची। कथा समापन के बाद भंडारे का आयोजन होगा। कथा वाचक ने प्रवचन करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा श्रीहरि का वांग्मय स्वरूप है, जो जीवन जीने की कला सिखाते हुए मृत्यु को मंगलमय बनाने का सूत्र प्रदान करती है। जब तक किसी व्यक्ति, स्थान या शास्त्र के महत्व का ज्ञान नहीं होता जब तक उसके प्रति श्रद्धा जागृत नहीं होती है। श्रीमद भागवत की कथा प्रारंभ करने से पूर्व महात्म्य की कथा को सुनने से कथा के प्रति श्रद्धा प्रेम प्रगट होता है। महात्म्य की कथा सुनाते हुए कहा गया कि श्रीमद्भागवत साक्षात तीर्थ राज प्रयाग ही है क्योंकि यहां पर भक्ति, ज्ञान वैराग्य की प्राप्ति होती है। कथा के ही प्रभाव से जीवन में इन तीनों की पुष्टि होती है। कथा के दौरान शास्त्री जी ने बताया कि भगवान के नाम के कीर्तन की महिमा को समझाने के लिए नारद के पूर्व जन्म की कथा सुनाकर बताया गया कि एक बार भगवान का नाम यदि मनोभाव से लिया जाए तो वह जन्म जन्मांतर तक आपके साथ रहता है। इस मौके पर मुख्य रुप से तरुण गोंसाई, पंचनद के प्रधान ईश्वर शर्मा, पं. गुलशन शर्मा, मनोज तलवार, जग्गी गेरा, विनीत पोपली, अमित रेवाड़ी वाले आदि मुख्य रुप से मौजूद रहे।