स्कूलों का समय, 8:30 से दोपहर 12:30 तक लगेंगी कक्षाएं, रोस्टर प्रणाली खत्म सभी को आना होगा
- स्कूलों के समय में बदलाव मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के मद्देनजर किया गया
- स्कूलों के समय में बदलाव मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के मद्देनजर किया गया जागरण संवाददाता, झज्जर :
अनलाक की दिशा में आगे बढ़ते हुए शिक्षा को ट्रैक पर लाना शुरू किया जा रहा है। मंगलवार को सरकार ने स्कूलों के समय में बदलाव करने के आदेश जारी किए है। आनलाइन एजुकेशन के जिला नोडल अधिकारी डा. सुदर्शन पुनिया ने बताया कि निदेशालय के आदेशानुसार अब सुबह 8:30 बजे से दोपहर बाद 12:30 बजे तक स्कूल खुलेंगे। स्कूलों के समय में बदलाव मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के मद्देनजर किया गया है। शिक्षा निदेशालय ने इस पर अमल करने के लिए सभी जिला शिक्षा, मौलिक शिक्षा, खंड शिक्षा, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों, स्कूल मुखिया व प्रभारियों को पत्र लिखा है। यह आदेश 22 जून से ही लागू माने जाएंगे। बॉक्स :
इसके अलावा सभी शिक्षक अपने स्कूल मुखिया के मार्गदर्शन में दाखिला व अन्य सभी कार्य स्कूल प्रबंधन समिति की सहायता से पूरा करेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने यह भी निर्णय लिया है कि अवसर मोबाइल एप, जियो टीवी मोबाइल एप व दिल्ली दूरदर्शन के ई-विद्या चैनल पर पहली से 12वीं तक के प्रसारित होने वाले कार्यक्रम और एजुसेट पर कक्षा व विषयवार प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों का अवलोकन भी शिक्षक करेंगे। इसके बाद वे अपनी कक्षा के बच्चों को विषयवार दिशा निर्देश देंगे।
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों में स्टाफ के लिए लागू रोस्टर प्रणाली भी खत्म कर दी है। अब सभी शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों को स्कूल आना होगा। दिव्यांग, गर्भवती महिला व गंभीर बीमारियों से पीड़ित स्टाफ को भी कोई छूट नहीं मिलेगी। उन्हें भी स्कूलों में उपस्थित होने का निर्देश जारी कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी बीपी राणा ने बताया कि शिक्षकों को आनलाइन पढ़ाई के अलावा राजकीय स्कूलों में बच्चों का दाखिला 10 प्रतिशत तक बढ़ाना होगा। इसके लिए शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र के गणमान्य लोगों व बच्चों के अभिभावकों से संपर्क करेंगे तथा अपने आस पास के क्षेत्र का सर्वे करेंगे और इसका रिकार्ड रखेंगे । उनसे आग्रह किया जाएगा कि अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाएं। बॉक्स :
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह के निर्देश दिए कि विद्यालय मुखिया सरकारी स्कूल छोड़ने वाले बच्चों के अभिभावकों से भी संपर्क करके अपडेट लेंगे, ताकि पता चले कि बच्चे ने कहीं और दाखिला लिया है या पढ़ाई ही छोड़ दी है। शिक्षक स्कूल छोड़ने वाले बच्चों व उनके अभिभावकों को दोबारा दाखिला लेने के लिए भी प्रेरित करेंगे। स्कूल मुखिया को प्रतिदिन एम आइ एस पर विद्यार्थियों अपडेट करना होगा जिसकी ट्रैकिग रोजाना जिला स्तर पर की जाएगी । शिक्षकों ने कितने अभिभावकों से संपर्क किया इसका रिकार्ड भी रखना होगा ।