फायर सेफ्टी की अस्पताल में हो उचित व्यवस्था, जरूरत अनुसार खरीदे सिलेंडर व स्टाफ को दें ट्रेनिग

- जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे एडीसी जगनिवास ने दिए निर्देश

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:00 AM (IST)
फायर सेफ्टी की अस्पताल में हो उचित व्यवस्था, जरूरत अनुसार खरीदे सिलेंडर व स्टाफ को दें ट्रेनिग
फायर सेफ्टी की अस्पताल में हो उचित व्यवस्था, जरूरत अनुसार खरीदे सिलेंडर व स्टाफ को दें ट्रेनिग

- जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे एडीसी जगनिवास ने दिए निर्देश

- 31 जुलाई तक स्वास्थ्य विभाग हर तरह से हो तैयार, ताकि मरीजों को ना हो दिक्कत

- अस्पताल में प्लांट के लिए लाइन बिछाने का होगा काम फोटो : 22 जेएचआर 2, 3, 7, 8 जागरण संवाददाता,झज्जर : फायर सेफ्टी के लिए अस्पताल में उचित व्यवस्था की जाए। जब तक फायर सेफ्टी के लिए अस्पताल में लाइन नहीं बिछती, तब तक सिलेंडर खरीद लिए जाए। ताकि आपात स्थिति में काम आ सके। साथ ही स्टाफ को भी आग पर नियंत्रण पाने की ट्रेनिग दी जाए। यह निर्देश एडीसी जगनिवास ने मंगलवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण करते हुए दिए। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए एडीसी व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। उन्होंने कोविड-19 के लिए बेड की संख्या बनाने की संभावनाओं पर भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ पीडब्ल्यूडी एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद कोरोना मरीजों के लिए अधिक से अधिक बेड की व्यवस्था करने की संभावनाओं को लेकर अधिकारियों से बैठक की। कहा कि 31 जुलाई तक स्वास्थ्य विभाग हर तरह से तैयार हो जाए। इसमें जिन भी विभागों की सहायता चाहिए, वे भी मदद करें। समय से व्यवस्थाओं को तैयार करने के लिए सभी को मिलकर काम जोर-शोर से करना चाहिए। एडीसी जगनिवास ने कहा कि फायर सेफ्टी का एस्टिमेट एक सप्ताह के अंदर बनाकर मुख्यालय तक पहुंचाया जाए। वहीं फिलहाल अस्पताल में मौजूद फायर सेफ्टी की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल जिला अस्पताल में 14 सिलेंडर हैं। उन्होंने आवश्यकता अनुसार सिलेंडर खरीदने के निर्देश दिए। कहा कि जब तक अन्य कोई व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक फायर सेफ्टी के लिए सिलेंडर खरीदकर तैयारी की जाए। खासकर सिलेंडर की एक्सपायरी डेट नजदीक हो तो उससे स्टाफ को ट्रेनिग दी जा सकती है। माक ड्रिल भी करवाते रहें। इस दौरान अस्पताल स्टाफ ने सीवर लाइन की समस्या रखी। नव निर्मित आक्सीजन प्लांट के पास सीवर लाइन की समस्या है, इसे ठीक करने के लिए एडीसी को इससे अवगत करवाया। साथ ही बताया कि इसके लिए 25 लाख रुपये का बजट भी आया हुआ है। एडीसी जगनिवास ने संबंधित अधिकारियों को इस समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। बॉक्स :

एडीसी जगनिवास ने कहा कि अस्पताल में अधिक से अधिक बेड की व्यवस्था की जाए। साथ ही मरीज को किसी प्रकार की भी परेशानी नहीं हो, इसका भी ध्यान रखा जाए। इसके हिसाब से ही व्यवस्थाएं की जाएं और सुविधाएं हो। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार फिलहाल 22 बेड कोविड डेडिकेटेड हैं। वहीं आपातकालीन स्थिति में पुरुष वार्ड आदि को मिलाकर करीब 60 बेड की व्यवस्था है। प्रशासन अब जिला अस्पताल में 100 बेड की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहा है। इस दौरान मौजूद रहे सीएमओ डा. संजय दहिया ने कहा कि विभाग अपने स्तर पर पूरी तैयारी पर है। आक्सीजन प्लांट भी जल्द ही शुरू होने जा रहा है। इसके लिए अस्पताल में लाइन बिछाने का काम किया जाएगा।

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