मानसून में झमाझम बरसे बदरा, जिला में 192 एमएम हुई बरसात
मानसून अब सक्रिय हो गया है। शनिवार मध्य रात्रि से शुरू हुई बारिश का दौर रविवार सुबह तक चला। बरसात के बाद मौसम ही बदल गया। एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं दूसरी तरफ यह फसलों के लिए भी फायदेमंद मानी जा रही है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : मानसून अब सक्रिय हो गया है। शनिवार मध्य रात्रि से शुरू हुई बारिश का दौर रविवार सुबह तक चला। बरसात के बाद मौसम ही बदल गया। एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी तरफ यह फसलों के लिए भी फायदेमंद मानी जा रही है। जिले में रविवार सुबह तक 192 एमएम तक बरसात हुई। जिसमें सबसे अधिक बहादुरगढ़ व दुजाना खंड में 57-57 एमएम की बरसात हुई। वहीं सबसे कम साल्हावास खंड में 2 एमएम बरसात रही। औसत 27 एमएम बारिश दर्ज की गई। बरसात के कारण शहर के कई इलाकों में भी जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। यहां तक कि बरसाती पानी निकासी के नाले भी जवाब दे गए। हालांकि सुबह तक जमा पानी की निकासी हो गई। जिससे लोगों को राहत मिली। वहीं विशेषज्ञों के अनुसार आगामी दिनों में भी मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है।
किसानों के खिले चेहरे
बरसात के बाद किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं। अधिकतर खरीफ की फसलें बरसात पर ही निर्भर होती हैं। पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ रहने वे तापमान बढ़ने के दौरान किसान भी फसलों के लिए बरसात का इंतजार कर रहे थे। विशेषज्ञों की मानें तो बरसात के बाद अब फसलें अच्छे से पनप पाएंगी। फसलों में बढ़ोतरी भी तेजी से होगी। कुल मिलाकर फसलों के लिए बरसात अच्छी है। आंकड़ों में बरसात
बॉक्स :
खंड बरसात
बहादुरगढ़ 57 एमएम
दुजाना 57 एमएम
झज्जर 35 एमएम
बादली 21 एमएम
बेरी 20 एमएम
साल्हावास 2 एमएम
कुल 192 एमएम
नोट : आंकड़े रविवार सुबह 8 बजे तक के हैं।
48 घंटे में नौ डिग्री लुढ़का पारा
जासं, बहादुरगढ़ : शहर में 57 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे कई जगह जलभराव हुआ। मगर बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई वहीं फसलों को भी फायदा पहुंचा है। 48 घंटे पहले के अधिकतम तापमान के मुकाबले इसमें नौ डिग्री की गिरावट आई है। रात को हुई जोरदार बारिश के बाद रविवार को आसमान तो साफ रहा, मगर अधिकतम तापमान 34 डिग्री ही रहा। न्यूनतम 27 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि शुक्रवार को यह क्रमश: 43 और 31 डिग्री दर्ज किया गया था। कई जगह हुआ जलभराव
शहर के बस स्टैंड के अलावा होशियार सिंह स्टेडियम, सिविल अस्पताल परिसर व कई कालोनियों में पानी जमा हो गया। दिल्ली रोड पर गौरैया पयर्टन केंद्र के सामने भी बारिश का पानी भर गया। उधर, बुपनिया गांव के स्टेडियम में करीब एक फीट तक पानी खड़ा हो गया।