ऊं नम: शिवाय : डाबरा शिव मंदिर

मंदिर में सावन के महीने के साथ-साथ अन्य दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:00 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:00 PM (IST)
ऊं नम: शिवाय : डाबरा शिव मंदिर
ऊं नम: शिवाय : डाबरा शिव मंदिर

जागरण संवाददाता, झज्जर : शहर के आफिसर कालोनी क्षेत्र में पड़ने वाले डाबरा वाले मंदिर में भक्तों की अटटू श्रद्धा बसी हुई है। मंदिर में सावन के महीने के साथ-साथ अन्य दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है। आस पास के क्षेत्र के लोग मंदिर में अपना शीश झुकाकर दिन की शुरूआत करते है। इस में प्राचीन काल से खास बदलाव नहीं आया है। हां, मंदिर में आस्था रखते हुए शहर के अलावा दूर-दराज के क्षेत्रों के भी लोग बड़ी भारी संख्या में पहुंचते हैं। मंदिर के निर्माण को लेकर तो कुछ भी स्पष्ट नहीं है। बेशक ही यह जरूर कहा जाता है कि यह मंदिर मुगल शासन से भी पुराना है। बहुत से ऐसे अवशेष प्राप्त हुए है। जिनके आधार पर ऐसी बात कही जाती है। हालांकि, ऐसा प्रयास भी किया गया कि कोई तथ्य सामने आए। इतिहास से जुड़ी हुई वस्तुओं को खंगालने के अलावा खुदाई से भी सीढि़या आदि तो दिखीं। लेकिन ऐसा कोई पहलु सामने नहीं आ पाया जो कि वास्तु स्थिति को स्पष्ट कर सके। मान्यता : मंदिर में लेकर लोगों के बीच मान्यता है कि सच्चे मन से जो भक्त अपनी मन्नत यहां लेकर आता है। उसकी मन्नत जरूर पूरी होती है। सावन शुरू होते ही यहां पर जलाभिषेक को विशेष महत्व माना जाता है। जो लोगों कामकाज होने के कारण बाहर जाकर बस गए है उनकी आस्था मंदिर के प्रति बरकरार है। वहीं मंदिर में समय-समय पर कथा की जाती है। सुबह एवं सायं के समय में शहर के लोग बड़ी संख्या में पैदल मंदिर पहुंचते हैं। यहां पर पहुंचने वाले भक्तों की मन की मुराद जरूर पूरी होती है। - मंदिर का प्राकृतिक स्वरूप होने के कारण लोगों को मन में शांति का भाव आता है। करीब पिछले 35 साल से मंदिर में सेवा कर रहे हैं। सावन माह में यहां भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है। जो भी श्रद्धापूर्वक स्थान पर अपनी मन्नत मांगते हैं वह अवश्य पूरी होती है।

महंत चरणदास महाराज

यहां श्रद्धालु प्रेम भाव से पूजा करने आते हैं और मंदिर के हर कार्य को बड़े ही श्रद्धा भाव से वह करते हैं। सावन के महीने में प्रतिदिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है और प्रतिदिन अलग-अलग रूपों में भगवान शिव को सजाया जाता है और प्रतिदिन रुद्राभिषेक के दौरान भजन कीर्तन भी श्रद्धालु आकर करते हैं।

मुकेश सोनी, शिव भक्त

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