93 दिन के बाद कोरोना संक्रमण का एक भी केस नहीं हुआ रिपोर्ट, बड़ी राहत

- पिछली दफा 13 मार्च को बुलेटिन में रिपोर्ट हुए थे जीरो केस

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:10 AM (IST)
93 दिन के बाद कोरोना संक्रमण का एक भी केस नहीं हुआ रिपोर्ट, बड़ी राहत
93 दिन के बाद कोरोना संक्रमण का एक भी केस नहीं हुआ रिपोर्ट, बड़ी राहत

- पिछली दफा 13 मार्च को बुलेटिन में रिपोर्ट हुए थे जीरो केस - 6 लोगों ने दी कोरोना को मात, एक्टिव केसों का आंकड़ा भी 50 से नीचे - इधर, अनलाक के साथ-साथ मास्क इस्तेमाल को लेकर भी गंभीरता नहीं दिखा रहे आमजन फोटो : 05 जागरण संवाददाता, झज्जर :

93 दिन के बाद पहली दफा ऐसा हुआ है कि जिला झज्जर के मेडिकल बुलेटिन में एक भी कोरोना संक्रमण का केस रिपोर्ट नहीं हुआ। जो कि सभी के लिए हर स्तर पर बड़ी राहत का विषय है। हालांकि, राहत के इस बिदु के साथ हमें यह भी देखना होगा कि अनलाक के साथ जो छूट मिली हैं, उनका सदुपयोग किया जाए। क्योंकि, मौजूदा समय में एक दफा फिर से बाजार एवं सामूहिक रूप से एकत्र होने वाले लोग मास्क तक का इस्तेमाल करने में गंभीरता नहीं दिखा रहें। जो कि उचित नहीं हैं। पिछली दफा 13 मार्च के बुलेटिन में संक्रमितों की संख्या जीरो रिपोर्ट हुई थी। जिसके बाद से हर स्तर पर लोग बेपरवाह दिखने लगें। लोगों की बेपरवाही का परिणाम हमें दूसरी लहर के रुप में भुगतना पड़ा। शहर और ग्रामीण आंचल में भी इस दफा कोरोना के प्रति जिस तरह से डर का माहौल देखने को मिला। वह सभी को अच्छी तरह से याद हैं। ऐसी स्थिति दोबारा नहीं बनें, को मद्देनजर रखते हुए भविष्य में ध्यान रखा जाना जरूरी है। एनसीआर के मरीजों का बढ़ा था दबाव, बनी थी दहशत :

दरअसल, मार्च से लेकर जून तक के समय में जिस तरह से कोरोना संक्रमित रिपोर्ट हुए और मौत के आंकड़े ने उछाल मारी। वह सिलसिला अभी तक जारी हैं। मंगलवार के बुलेटिन में भी दो लोगों की मौत अपडेट हुई है। जिसे मिलाकर कुल आंकड़ा 304 तक पहुंच गया है। वरिष्ठ चिकित्सक डा. राकेश गर्ग बताते है कि अप्रैल और मई माह में जिला के विभिन्न अस्पतालों में एनसीआर के मरीजों का काफी दबाव बढ़ गया था। साथ ही कोरोना का नया स्ट्रेन होने की वजह से भी लोगों में चिता ज्यादा थी। ऐसी स्थिति में कोरोना की दूसरी लहर को पूरी तरह से मात देने के लिए जरूरी है कि हम सभी स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत बताए जा रहे नियमों का गंभीरता से पालन करें। ताकि, पुन: पहले जैसे हालात नहीं बनें। मंगलवार के बुलेटिन में 6 लोगों ने कोरोना को मात दी है। एक्टिव केसों का आंकड़ा भी 44 रह गया है। वैक्सीनेशन को लेकर भी गंभीर दिख रहे लोग : शहर के साथ ग्रामीण आंचल में भी रिपोर्ट हो रहे केसों पर कंट्रोल करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर डोर-टू-डोर सर्वे भी कराया गया। परिणाम स्वरुप लोगों को घर में रहते हुए स्वास्थ्य मुहैया कराई गईं। वैक्सीनेशन कोरोना को मात देने में अह्म रोल अदा कर रहा है, की बात भी लोगों को अब समझ में आने लग गई है। अभी तक कुल 233897 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। जिसमें से 192404 लोगों को पहली डोज तथा 41493 ने दूसरी डोज ली है। इधर, 18 से 44 वर्ष की आयु के 46359 लाभार्थियों ने अपना वैक्सीनेशन करवाया है।

प्रतिक्रिया : सभी के सामूहिक प्रयासों के बाद हम इस स्थिति तक पहुंच पाए हैं। लेकिन, किसी भी तरह की लापरवाही अब नहीं होनी चाहिए। वैक्सीनेशन सहित स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत जो भी उपाय बताए जा रहे हैं, का ध्यान रखना जरूरी है।

डा. संजय दहिया, सिविल सर्जन, झज्जर

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