प्रसव के दौरान नवजात की मौत मामले में स्वजनों ने लगाए स्टाफ पर लापरवाही के आरोप

- मंगलवार की देर रात को डिलीवरी के लिए गर्भवती को अस्पताल में लाए थे स्वजन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 07:40 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 07:40 AM (IST)
प्रसव के दौरान नवजात की मौत मामले में स्वजनों ने लगाए स्टाफ पर लापरवाही के आरोप
प्रसव के दौरान नवजात की मौत मामले में स्वजनों ने लगाए स्टाफ पर लापरवाही के आरोप

- मंगलवार की देर रात को डिलीवरी के लिए गर्भवती को अस्पताल में लाए थे स्वजन

- नवजात की मौत के बाद शहर थाना पुलिस में दी गई लिखित शिकायत - इधर, सिविल सर्जन डा. संजय दहिया ने अस्पताल में पहुंचकर सुनी व्यथा - जांच के लिए नियुक्त की चिकित्सकों की टीम, रिपोर्ट के मुताबिक होगी कार्यवाही फोटो : 19 तथा 22 जागरण संवाददाता, झज्जर : नागरिक अस्पताल में प्रसव के दौरान नवजात की मौत मामले में स्वजनों ने प्रसूति केंद्र में तैनात स्टाफ पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। पीड़ित पक्ष की ओर से शहर थाना में लिखित शिकायत देते हुए नियमानुसार कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई गई है। इधर, नवजात की मौत हो जाने से गुस्साएं स्वजनों ने काफी समय तक शव भी नहीं लिया। जिसकी सूचना पर सिविल सर्जन डा. संजय दहिया सिविल अस्पताल में पहुंचें। जिन्होंने पीड़ित पक्ष सहित चिकित्सकों की बात सुनी। बहरहाल, विषयानुसार जांच के लिए तीन चिकित्सकों की टीम तैयार की गई है। जो कि अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंपेंगी। उसी के आधार पर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। पुलिस की टीम ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच की है। विभागीय स्तर पर उठाए गए कदमों के बाद स्वजन शव लेने को राजी हुए। दोपहर बाद नियमानुसार प्रक्रिया पूरी करते हुए शव स्वजनों को सौंप दिया गया। बॉक्स : घटनाक्रम के अनुसार शहर के सुभाष नगर में रहने वाला परिवार प्रसव पीड़ा के दौरान गर्भवती महिला को अस्पताल में लेकर पहुंचा था। महिला के भाई सचिन ने बताया कि वे मंगलवार की रात करीब साढ़े 12 बजे से एक बजे के बीच में आए थे। केंद्र में मौजूद स्टाफ द्वारा पूर्ण रूप से लापरवाही बरती गई है। चिकित्सक डिलीवरी के दौरान ही वहां से चली गई। जबकि, दो महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने भी अपने काम में संजीदगी नहीं दिखाई। परिवार के मुताबिक जिस तरह की लापरवाही बरती गई है, वह उचित नहीं है। जिसकी वजह से उन्होंने शहर थाना में भी शिकायत देते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है। इधर, यह भी कहा कि प्रसूति केंद्र में मौजूद स्टाफ ने उनकी स्थिति का मजाक भी उड़ाया तथा कागजात आदि मांगे जाने पर भी सकारात्मक होकर कार्य नहीं किया।

शव लेने से किया इन्कार

बॉक्स :

देर रात्रि के इस मामले में नवजात की मौत से गुस्साएं स्वजनों ने सुबह शव लेने से इन्कार कर दिया। कहना था कि जब तक स्टाफ के खिलाफ ठोस कार्यवाही नहीं होती वे किसी भी सूरत में शव को यहां से लेकर नहीं जाएंगे। मामले को बढ़ता देख सिविल सर्जन डा. संजय दहिया अस्पताल में पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी ली। करीब एक घंटा भर तक वह वहां पर ठहरें और सभी पक्षों से बातचीत करते हुए डिटेल प्राप्त की। सिविल सर्जन के स्तर पर की गई कार्यवाही के बाद ही स्वजन नवजात का शव लेने को तैयार हुए।

प्रतिक्रिया : मामला नाजुक है। तीन लोगों की टीम नियमानुसार जांच करेगी। दोषी को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। परिवार के स्तर पर लगाए जा रहे हर आरोप पर गहनता से पूछताछ की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए कृत संकल्प है। डा. संजय दहिया, सिविल सर्जन, झज्जर

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