ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए 25 फैक्ट्रियों से उठाए 200 से ज्यादा सिलेंडर, एसडीएम की देखरेख में अस्पतालों में की जा रही आपूर्ति

कोरोना संक्रमित मामलों में बढ़ोतरी से यहां के अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की पूर्ति करने के लिए बुधवार को डीसी ने फैक्ट्रियों की सप्लाई पर प्रतिबंध लगा दिया था तथा यहां के दोनों प्लांटों को प्रशासन ने अपने कब्जे में लेकर पुलिस का पहरा शुरू कर दिया था। वहीं वीरवार को प्रशासन की टीम ने ऑक्सीजन का स्टॉक कम रहने की स्थिति में करीब 25 औद्योगिक इकाइयों से ऑक्सीजन के 200 से अधिक सिलेंडर उठाए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 06:33 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 06:33 AM (IST)
ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए 25 फैक्ट्रियों से उठाए 200 से ज्यादा सिलेंडर, एसडीएम की देखरेख में अस्पतालों में की जा रही आपूर्ति
ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए 25 फैक्ट्रियों से उठाए 200 से ज्यादा सिलेंडर, एसडीएम की देखरेख में अस्पतालों में की जा रही आपूर्ति

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कोरोना संक्रमित मामलों में बढ़ोतरी से यहां के अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की पूर्ति करने के लिए बुधवार को डीसी ने फैक्ट्रियों की सप्लाई पर प्रतिबंध लगा दिया था तथा यहां के दोनों प्लांटों को प्रशासन ने अपने कब्जे में लेकर पुलिस का पहरा शुरू कर दिया था। वहीं वीरवार को प्रशासन की टीम ने ऑक्सीजन का स्टॉक कम रहने की स्थिति में करीब 25 औद्योगिक इकाइयों से ऑक्सीजन के 200 से अधिक सिलेंडर उठाए हैं। यह कार्रवाई तब हुई जब अनुरोध के बाद भी औद्योगिक ईकाइयों की ओर से प्रशासन को ऑक्सीजन के सिलेंडर उपलब्ध नहीं कराए गए। ऐसे में जिला दवा नियंत्रण अधिकारी संदीप हुड्डा, सहायक श्रम आयुक्त वीपी हुड्डा ने पुलिस बल के सहयोग से फैक्ट्रियां खंगालनी शुरू की और एक-एक कर वहां से सिलेंडर उठाने शुरू कर दिए। बहादुरगढ़ में करीब 50 औद्योगिक ईकाइयों में आक्सीजन का प्रयोग होता है। कुछ औद्योगिक ईकाइयों की ओर से तो मानवीयता के आधार पर सिलेंडर दे दिए गए लेकिन कहीं पर प्रशासन ने जबरन सिलेंडर उठाने पड़े। यहां पर प्रशासन को विरोध का भी सामना करना पड़ा लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी के कारण फैक्ट्री संचालकों का विरोध काम नहीं आया। रोहद प्लांट में पानीपत से अब तक नहीं हुई आपूर्ति, एमआइई स्थित प्लांट अब तक नहीं हुआ शुरू

बहादुरगढ़ में दो जगह ऑक्सीजन प्लांट हैं। एमआइई स्थित प्लांट में औद्योगिक ईकाइयों को ही गैस की सप्लाई की जाती है लेकिन यहां गैस खत्म है और अब तक यहां पर गैस की सप्लाई नहीं हो सकी है। वहीं रोहद प्लांट में भी पानीपत से पांच टन आक्सीजन की आपूर्ति होनी थी जो अब तक नहीं हो सकी है। ऐसे में गैस की किल्लत है, मगर प्रशासनिक अधिकारी फिलहाल स्टॉक पर्याप्त होने का दावा कर रहे हैं। वहीं कुछ अस्पताल संचालकों का कहना है कि उन्हें गैस की सप्लाई नहीं मिल रही है। बहादुरगढ़ के अधिकारियों के अनुसार 400 से 600 सिलेंडर की हर रोज की यहां पर मांग है। 200 से ज्यादा सिलेंडर फैक्ट्रियों से लिए गए हैं। प्लांट में भी एक-दो दिन का स्टॉक फिलहाल मौजूद है। इस प्लांट से एसडीएम व प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में पुलिस की मौजूदगी में राशनिग के हिसाब से गैस की आपूर्ति अस्पतालों को की जा रही है। जिले से बाहर गैस की सप्लाई फिलहाल नहीं दी जा रही है। औद्योगिक इकाइयों से 200 से ज्यादा आक्सीजन सिलेंडर हमने उठाए हैं। कई फैक्ट्री संचालकों ने खुद दे दिए तो कुछ के यहां से जबरन लिए गए हैं। हमें लोगों का जीवन सर्वाेपरि है। इस कदम का उद्देश्य किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना है। हमारे पास मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है। पानीपत से भी पांच टन सप्लाई आ जाएगी तो ऑक्सीजन का स्टॉक बढ़ जाएगा।

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