मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल : 31 जुलाई तक कर सकते हैं पोर्टल पर पंजीकरण : डीसी

हरियाणा सरकार ने दलहनी व तिलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की सार्थक पहल की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 07:30 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 07:30 PM (IST)
मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल : 31 जुलाई तक कर सकते हैं पोर्टल पर पंजीकरण : डीसी
मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल : 31 जुलाई तक कर सकते हैं पोर्टल पर पंजीकरण : डीसी

जागरण संवाददाता, झज्जर : हरियाणा सरकार ने दलहनी व तिलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की सार्थक पहल की है। बाजरा उत्पादक जिलों में मूंग, अरहर, अरंड व मूंगफली की खरीफ फसलों की खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दिए जाने का निर्णय लिया है। डीसी श्याम लाल पूनिया ने किसानों को सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।

डीसी श्याम लाल पूनिया ने किसान हित में उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला में दलहन (मूंग, अरहर) व तिलहन (अरंड, मूंगफली) फसलों की काश्त करने वाले किसानों को खरीफ 2021 के दौरान 4 हजार रुपये प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता दिए जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि किसानों को अपने खेतों में बाजरा की फसल के स्थान पर दलहनी व तिलहनी फसलों को लगाने के अनेक लाभ हैं। दलहनी फसलों से एक ओर जहां भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है वहीं दूसरी तरफ तिलहनी फसलों को बढ़ावा देने से खाद्य तेल की उपलब्धता सुनिश्चित होती है। किसानों को दलहनी व तिलहनी फसलों की अधिक पैदावार लेने के लिए बीज का उपचार अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल डब्लूडब्लूडब्लू.फसल.जीओवी.इन पर पंजीकरण करवाना होगा। पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2021 निर्धारित की गई है। संबंधित किसान उपरोक्त विषय के संदर्भ में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी भी कार्य दिवस को कृषि विभाग के कार्यालय एवं संबंधित कृषि विकास अधिकारी से संपर्क स्थापित कर सकते हैं।

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