कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले 50 बेड का अस्पताल हुआ मातनहेल का पीएचसी केंद्र

49 रेगुलर पोस्ट और चार डाटा एंट्री आप्रेटर के लिए मिली स्वीकृति खानपुर स्थित पावर प्लांट ने तैयार कराया था अस्पताल का भवन सीएम मनोहर लाल ने की थी घोषणा अब स्टाफ की स्वीकृति मिलने के बाद शुरु होगी प्रक्रिया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 07:20 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 07:20 AM (IST)
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले 50 बेड का अस्पताल हुआ मातनहेल का पीएचसी केंद्र
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले 50 बेड का अस्पताल हुआ मातनहेल का पीएचसी केंद्र

विक्की जाखड़, साल्हावास : कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दृष्टिगत निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं। हो रहे प्रयासों के बीच ही क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मातनहेल स्थित पीएचसी केंद्र का दर्जा बढ़ाकर 50 बेड का अस्पताल कर दिया गया है। साथ ही नए अस्पताल के लिए 49 रेगुलर पोस्ट का स्टाफ और चार डाटा एंट्री आपरेटर की स्वीकृति प्रदान की गई हैं। ऐसा होने से जिला स्वास्थ्य विभाग में तैनात स्टाफ पर भी किसी तरह का अतिरिक्त लोड नहीं आएगा। जबकि, नया स्टाफ आने की स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया कराई जा सकेगी। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर का जिला भर में व्यापक असर देखने को मिला हैं। मातनहेल क्षेत्र के आस-पास के गांव भी काफी हद तक कोरोना की चपेट में आए थे। जबकि, मरने वालों की संख्या भी काफी ज्यादा थी।कुल मिलाकर, क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराए जाने के लिए सत्ता पक्ष एवं विपक्ष, दोनों से जुड़े हुए नेता मांग उठा रहे थे। बहरहाल, मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पूर्व के समय में की गई घोषणा का यहां जमीनी स्तर पर असर देखने को मिला है। जिसमें अस्पताल का दर्जा बढ़ाए जाने के साथ-साथ स्टाफ की स्वीकृति भी प्रदान की गई हैं। खानपुर स्थित पावर प्लांट ने तैयार कराया था अस्पताल का भवन : दरअसल, जिस स्थान पर मातनहेल पीएचसी केंद्र चलाया जा रहा था, का भवन खानपुर स्थित पावर प्लांट द्वारा तैयार करवाया गया है। आदर्श अस्पताल की तर्ज पर हुए इस प्रयास के पीछे की सोच यह थी कि क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो। लेकिन, किन्हीं कारणों के चलते यह अस्पताल साकार रुप नहीं ले पाया और सिर्फ पीएचसी के रुप में ही यहां से ग्रामीणों को सेवाएं दी जा रही थी। उपलब्ध भवन एवं जरुरत को मद्देनजर रखते हुए निरंतर डिमांड हो रही थी कि अस्पताल का दर्जा बढ़ाए जाने के साथ-साथ यहां पर स्टाफ भी भेजा जाए। 49 रेगुलर पोस्ट और चार डाटा एंट्री आप्रेटर के लिए मिली स्वीकृति : एसीएस राजीव अरोड़ा की ओर से जारी पत्र के अनुसार स्वीकृत किए गए नए अस्पताल में 2 एसएमओ, 9 मेडिकल आफिसर, 2 नर्सिंग सिस्टर, 15 स्टाफ नर्स, 2 फार्मासिस्ट आदि मुख्य रुप से शामिल हैं। स्वीकृत की गइ्र 49 पोस्ट रेगुलर रहेंगी। जबकि, चार डाटा एंट्री आप्रेटर कांट्रेक्ट के आधार रखे जाएंगे। सरकार के स्तर पर जारी आदेशों का पूर्व सैनिक संघ ने जोरदार ढंग से स्वागत किया है। एक बैठक करते हुए संघ के प्रतिनिधि कर्नल जय सिंह सुहाग, सुबेदार श्रद्धा नंद, कैप्टन धर्मपाल सुहाग, लेफ्टिनेंट जय भगवान, सुबेदार धर्मबीर, सुबेदार सतप्रकाश, कैप्टन जेपी सुहाग, नायक सुबेदार जय सिंह रंगा आदि ने अब शेष विभागीय प्रक्रिया को भी जल्द पूरा किए जाने की मांग उठाई है। 50 बेड का अस्पताल स्वीकृत किए जाने के साथ जरुरत के मुताबिक पोस्ट भी स्वीकृत की गई हैं। जिसमें जिला में अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती होगी। नए अस्पताल के संचालन में पर्याप्त स्टाफ रहने से क्षेत्र के लोगों को काफी फायदा होगा।

-डा. संजय दहिया, सिविल सर्जन, झज्जर

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