टिड्डी दल ने फिर से दी दस्तक, लौटाया वापस , विभाग अलर्ट पर

शनिवार शाम करीब साढ़े 6 बजे टिड्डी दल ने जिले में दस्तक दी। वहीं दूसरे टिड्डी दल ने भी कोसली से प्रवेश किया। हालांकि प्रशासन व किसान पहले से ही अलर्ट होने के चलते टिड्डी दल को कुछ ही समय में लौटने में कामयाब रहे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 07:30 AM (IST)
टिड्डी दल ने फिर से दी दस्तक, लौटाया वापस , विभाग अलर्ट पर
टिड्डी दल ने फिर से दी दस्तक, लौटाया वापस , विभाग अलर्ट पर

विक्की जाखड़ , साल्हावास : शनिवार शाम करीब साढ़े 6 बजे टिड्डी दल ने जिले में दस्तक दी। वहीं दूसरे टिड्डी दल ने भी कोसली के पास डेरा डाला है। हालांकि प्रशासन व किसान पहले से ही अलर्ट होने के चलते टिड्डी दल को कुछ ही समय में लौटने में कामयाब रहे।

एडीओ मनोज शर्मा व एडीओ रतन सिंह ने बताया कि टिड्डी दल की सूचना मिलते ही एंट्री से पहले ही किसानों को सूचित करके खेतों में बुलाया लिया गया था। चूंकि, अन्य जिलों से मिल रहे इनपुट के आधार पर तैयारियां सक्रियता के साथ की जा रही है। टिड्डी दल ने गांव बहू झोलरी व खेड़ा थ्रू में दस्तक दी। वहीं दूसरे टिड्डी दल ने कोसली से गांव धारोली व तुम्बाहेड़ी के पास डेरा डाला। किसानों ने ट्रैक्टर, स्पीकर व अन्य वस्तुओं से तेज आवाजें निकालीं। जिसके चलते टिड्डी दल फसलों पर बैठ नहीं पाया और वापस दादरी चला गया। किसानों ने राहत की सांस ली है। हालांकि अभी भी टिड्डी दल का अलर्ट चल रहा है।

बता दें कि 27 जून को 10 किलोमीटर लंबा व 6 किलोमीटर चौड़ा टिड्डी दल जिले में आया था। टिड्डी दल ने रेवाड़ी जिला से प्रवेश करके करीब दर्जनभर गांवों से होते हुए गुरुग्राम जिला में रवाना हो गया था। हालांकि उस दौरान भी जिला की फसलें अलर्ट के चलते बच गई थी। इसके बाद से लगातार कृषि विभाग अलर्ट पर था। वहीं अब दोबारा से टिड्डी दल ने जिला में दस्तक दी। डीडीए डा. इंद्र सिंह ने बताया कि विभाग पहले से ही अलर्ट पर था। जैसे ही जिला में प्रवेश करने की सूचना मिली तो किसानों के साथ मिलकर उन्हें फसलों पर बैठने से रोका जा रहा है। एक टिड्डी दल को जिला की सीमा से निकाल दिया गया है। फिलहाल विभागीय अधिकारी अलर्ट पर हैं। किसी तरह के अभी तक नुकसान की सूचना नहीं है। फिर भी हर स्थिति पर गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है।

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