जागरण प्रभाव : बिजली सप्लाई के साथ जा रही तारों से मुक्त होगा जाल, सर्वे कराकर निगम देगा बेहतर व्यवस्था

- तार के साए में बीत रहे लोगों के दिन और रात - बिजली सप्लाई की तार के साथ गुजर रही अन्य तार की वजह से समस्या हो रही दोगुनी - निगम के स्तर पर सिटी केबल को भेजा गया नोटिस शहरी क्षेत्र में कराया जाएगा सर्वे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:00 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:00 PM (IST)
जागरण प्रभाव : बिजली सप्लाई के साथ जा रही तारों से मुक्त होगा जाल, सर्वे कराकर निगम देगा बेहतर व्यवस्था
जागरण प्रभाव : बिजली सप्लाई के साथ जा रही तारों से मुक्त होगा जाल, सर्वे कराकर निगम देगा बेहतर व्यवस्था

जागरण संवाददाता, झज्जर : शहरी क्षेत्र में देखा जाए तो बिजली निगम का एक भी पोल ऐसा नहीं है, जिस पर केबल का जाल नहीं हो। अवैध रूप से लटके तार को हटाने के लिए निगम के स्तर पर कड़ी कार्यवाही किए जाने की उम्मीद शहर के उपभोक्ता लगाए हुए है। दैनिक जागरण भी पिछले एक सप्ताह से अभियान चलाकर क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों से जुड़ी ऐसी समस्याओं को प्रमुखता से उठाते हुए विभाग को जगाने का काम कर रहा है। हो रहे सामूहिक प्रयासों का अब यहां प्रभाव देखने को मिला है। निगम के एसडीओ सौरभ के मुताबिक पोल पर अवैध रुप से डाली गई तार को हटाने का अभियान पहले भी निरंतर चलता रहा है। लेकिन, अब पुन: उन्हें नोटिस दिया गया है। साथ ही शहर के जिन हिस्सों से लटकती हुई तार की दिक्कत आ रही है, वहां पर सर्वे करवाते हुए निगम की टीम बेहतर व्यवस्था बनाने का कार्य करेगी। ताकि, उपभोक्ताओं को किसी भी स्तर पर परेशानी नहीं हो। दरअसल, बिजली के पोल पर लटक रही अन्य तार को लेकर स्थानीय लोग हैरानी व्यक्त करते हैं। कहना है कि निगम की प्रोपर्टी पर किस तरह से दूसरों ने एकाधिकार स्थापित किया हुआ है, का ध्यान ही नहीं रखा जा रहा। जबकि, निगम की टीम अक्सर फील्ड में कार्य करती है और चेकिग के नाम अभियान भी चलाती है। ऐसे में उन्हें इस दिशा में भी मजबूती से ध्यान देना चाहिए। दैनिक जागरण की टीम ने शहर के विभिन्न हिस्सों के पोल का जायजा लिया। एक भी बिजली का पोल ऐसा नहीं मिला जिस पर तार के गुच्छे न हों। सैकड़ों पोल तो ऐसे हैं जिन पर एक साथ तार के पांच-छह गुच्छे बनाकर लटकाए गए हैं। पोल पर बिजली के तार कम अन्य तार ज्यादा मिलें। इस वजह से लाइनमैन को भी परेशानी होती है। बिजली निगम की तरह नगर निगम की ओर से लगाई स्ट्रीट लाइट का भी यही हाल है। स्ट्रीट लाइटों पर भी अन्य ने अपने तार बांधे हुए हैं, जो कि उचित नहीं है। हैरानी की बात है कि ये तार बिजली निगम और नगर निगम के अधिकारियों के सामने लगे हैं फिर भी किसी पर कार्रवाई नहीं होती। शहरी इलाके के मुख्य बाजार की बात हो तो यहां पर भी बिजली की लटकती हुई तार व्यवस्था को मुंह चिढ़ाती है। कारण कि बाजार में सामान सप्लाई करने के लिए आने वाली गाड़ी के स्टाफ को विशेष तौर पर इसकी सुरक्षा का ध्यान रखना पड़ता है। रात के समय में अकेले अगर गाड़ी में माल उतारने के लिए गाड़ी आ जाए तो वह और ज्यादा दिक्कत भरा कार्य है। कई दफा इन तार को ठीक करवाए जाने का आश्वासन दिया गया। लेकिन, हालात कुछ खास ठीक नहीं हो पाए। कुल मिलाकर, लापरवाही रोजाना के कार्यों में भी बाधा डालती है। इधर, निगम के स्तर पर समस्या का समाधान करने की दिशा में कदम बढ़ाया गया है। एक दफा फिर से बिजली सप्लाई के साथ जिन्होंने भी तार डाली हैं, उन्हें नोटिस दिया जाएगा। दूसरा, रिहायशी क्षेत्र में सर्वे कराते हुए लटकती हुई तार को ठीक करवाया जाएगा। अक्टूबर माह में यह प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। जिससे क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी।

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