देसी खाद से महका रहे अपनी बगिया, पार्कों में भी कर रहे सेवा

घर में तैयार की गई खाद को ही वह पार्कों में डालकर अपनी सेवा कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 08:20 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 08:20 AM (IST)
देसी खाद से महका रहे अपनी बगिया, पार्कों में भी कर रहे सेवा
देसी खाद से महका रहे अपनी बगिया, पार्कों में भी कर रहे सेवा

घर में तैयार की गई खाद को ही वह पार्कों में डालकर अपनी सेवा कर रहे हैं। फोटो : 11 जागरण संवाददाता, झज्जर : कानूनगो मुहल्ला के रहने वाले नवीन कौशिक पिछले लंबे समय से अपने घर में बागवानी कर रहे हैं। विशेष तौर पर छत के हिस्से तो बागवानी के लिए तैयार करवाया हुआ है। गमलों में होने वाली सब्जियां और औषधियां यहां पर लगाई गई है। विशेष बात यह है कि वह इन पौधों के लिए इस्तेमाल होने वाली खाद को अपने घर में ही तैयार करते हैं। जबकि, पिछले लॉकडाउन से तो उन्होंने पार्कों में भी पौधों की सेवा करने का बीड़ा उठाया है। घर में तैयार की गई खाद को ही वह पार्कों में डालकर अपनी सेवा कर रहे हैं। बॉक्स : बगिया में अनेक तरह के औषधीय पौधे, खुशबूदार फूलों के पौधे, तुलसी तथा अन्य पेड़ पौधे लगे हुए हैं। पौधों की सेवा करने से मन में एक अलग तरह की शांति मिलती है। पौधों के साथ परिवार जैसा जुड़ाव बनने लगता है। पौधों के बड़ा होने के साथ जो सुख और शांति मिलती है, उसका अहसास गजब का है। पौधों से प्रेम की इस श्रृंखला में परिवार के हर सदस्य का भी जुड़ाव बना हुआ है। घर का छोटा और बड़ा सदस्य, सुबह और शाम पौधों की सेवा करने के कार्य को नहीं भूलता। मौजूदा समय में जिस तरह से ऑक्सीजन की कमी हम सभी को प्रतीत हो रही है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि पेड़ पौधों से हम सभी को दोस्ती कर लेनी चाहिए। ऐसा होने से निश्चित ही पर्यावरण के साथ-साथ हमें भी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होगा। साथ ही इस कार्य में परिवार के सदस्य भी उनका साथ देते हैं। जिससे उनका भी प्रकृति से जुड़ाव बनने लगा हैं। साथ ही उन्होंने पड़ोस में रहने वाले और लोगों को भी खुशबूदार तथा औषधीय पौधे लगाने की प्रेरणा दी है। जिससे प्रेरित होकर अन्य लोगों ने भी अपने घरों में गमले में पौधे लगाने शुरू कर दिए हैं।

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