विशेष आर्थिक सहायता पैकेज देकर लाखों परिवारों का मनोबल बढ़ाए सरकार

- सहोदय स्कूल एसोसिएशन से जुड़े स्कूल संचालकों ने विचार किए साझा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 07:00 AM (IST)
विशेष आर्थिक सहायता पैकेज देकर लाखों परिवारों का मनोबल बढ़ाए सरकार
विशेष आर्थिक सहायता पैकेज देकर लाखों परिवारों का मनोबल बढ़ाए सरकार

- सहोदय स्कूल एसोसिएशन से जुड़े स्कूल संचालकों ने विचार किए साझा - ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन में सहयोग करें अभिभावक फोटो : 23 जागरण संवाददाता, झज्जर : सहोदय स्कूल एसोसिएशन से जुड़े स्कूल संचालकों की शनिवार को एक बैठक दिल्ली रोड स्थित एलए वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में संचालित हुईं। जिसमें कोरोना को आगे बढ़ने से रोकने पर सभी संचालकों ने विचार साझा किए।

अध्यक्ष रमेश रोहिल्ला ने कहा कि इस संकट की घड़ी में हर प्रकार की राजनीति को भुलाकर अपने लिए व अपनों के लिए समाज को संक्रमित होने से बचाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जान है तो जहान है। शिक्षा व शिक्षक को बचाना भी सरकार का दायित्व है। प्राइवेट स्कूलों में कार्यरत लाखों की संख्या में कर्मचारी व उनका परिवार भी समाज का अभिन्न अंग है। दरअसल, किसी देश व प्रदेश की उन्नति में शिक्षक की मेहनत को नजरअंदाज कर आगे बढ़ना नामुमकिन सा लगता है। उन्होंने प्राइवेट स्कूल से जुड़े तमाम कर्मचारियों, छोटे व्यापारियों व दुकानदारों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि यह समय एकजुट होकर मुकाबला करने का हैं। कारण कि लगातार पैर पसार रही एक विकराल व भयानक बीमारी कोरोना को आगे बढ़ने से रोकना है। सरकार के नियमों की पालना करना है बॉक्स :

रोहिल्ला ने आग्रह करते हुए कहा कि हरियाणा एक हरियाणवीं एक का नारा देने वाले मुख्यमंत्री को विशेष आर्थिक सहायता पैकेज देकर लाखों परिवारों का मनोबल बढ़ाने का काम करना चाहिए। स्कूल बसों का इंश्योरेंस, स्कूल भवनों के बिजली के बिल व जिला स्तर पर चल रही स्कूल बसों का पासिग ब्लॉक स्तर पर किया जाए । सीबीएसई द्वारा उसी जिले में बोर्ड कक्षा में सीधा एडमिशन लेने पर पांच हजार रुपये प्रति दाखिला लेना भी न्याय संगत नहीं है। अभिभावकों पर बोर्ड द्वारा इस तरह का आर्थिक बोझ डालना सही नहीं है। संगठन के उपस्थित अन्य पदाधिकारियों में कहा कि बच्चों का हित हमारे लिए सदैव सर्वोपरि है। अभिभावक हमारे परिवार के सदस्यों के समान हैं। समय अनुकूल होने पर हम और हमारे अध्यापक अतिरिक्त समय देकर पढ़ाई की भरपाई करने के लिए अवकाश वाले व त्योहारों के दिन भी पढ़ाई करवाकर इस कमी को दूर करेंगे। स्कूलों के स्तर पर जारी की गई ऑनलाइन कक्षाओं के लिए अभिभावक सहयोग दें। परिस्थिति के अनुसार नया सीखना, नया सिखाना के लिए हम सब स्कूल संचालक व अध्यापक वचनबद्ध हैं। यहां मुख्य रूप से विकास धनखड़, बलराज फोगाट, जगपाल गुलिया, जितेंद्र लाठर, जयदेव दहिया, धर्मेंद्र जून, पूनम गुलिया, चन्द्रमणि, अमित गहलोत, राज अहलावत, धीरेंद्र सिंह, राजबीर सिंह, दिव्या, नीरज, अनिल गर्ग, सुनील शर्मा, कर्मबीर धनखड़ आदि ने उपस्थित रहकर अपने विचार साझा किए ।

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