युवाओं में वैक्सीनेशन के लिए मारामारी, 10 मिनट में ही बुक हो रहे टीकाकरण के एक हजार स्लॉट
कोरोना संक्रमण फैलने के बाद अब युवाओं में भी वैक्सीन के लिए मारामारी है। इसका प्रमाण रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में देखा जा सकता है। बहादुरगढ़ में तो टीकाकरण मुहिम को व्यवस्थित बनाए रखने को वैक्सीनेशन का सत्र बनाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कोरोना संक्रमण फैलने के बाद अब युवाओं में भी वैक्सीन के लिए मारामारी है। इसका प्रमाण रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में देखा जा सकता है। बहादुरगढ़ में तो टीकाकरण मुहिम को व्यवस्थित बनाए रखने को वैक्सीनेशन का सत्र बनाया जा रहा है। इसमें जिनको तारीख मिल रही है, उन्हें ही टीका लगवाने के लिए पहुंचने को कहा गया है।
हालत यह है कि जब भी विभाग की ओर से वैक्सीनेशन के लिए अगले दिन या सप्ताह का सत्र तय किया जाता है तो महज 10 मिनट के अंदर ही एक हजार स्लॉट बुक हो जाते हैं। यानी के लोग हर वक्त टीकाकरण की जद्दोजहद में जुटे हैं। फिलहाल सिविल अस्पताल में एक ही जगह 18 से 44 साल वाले नागरिकों के लिए टीकाकरण हो रहा है। यहां पर रोजाना 100 लोगों के टीकाकरण के लिए व्यवस्था की जा रही है। इनमें से 80 के आसपास नागरिक पहुंच रहे हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी हैं जो टीका लगवाने के लिए तो पहुंच जाते हैं, मगर उनका वैक्सीनेशन शेड्यूल न होने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ता है। इसकी वजह कहीं न कहीं डोज की उपलब्धता में कमी को माना जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अभी वैक्सीन की कमी नहीं है, लेकिन एक तो अलग-अलग आयु वर्ग का टीकाकरण, ऊपर से कोरोना में ड्यूटी और तीसरा कुछ स्टाफ सदस्यों का संक्रमित होना भी इसमें बड़ी वजह है। इसके लिए स्टाफ भी पर्याप्त चाहिए, जो इस महामारी के कारण नहीं है।
बहादुरगढ़ के नोडल ऑफिसर डा. सुंदरम कश्यप का कहना है कि पहले विभाग द्वारा रोजाना कुल मिलाकर एक हजार तक वैक्सीन लगाई जा रही थी। अब यह डेढ़ हजार तक पहुंच चुकी है।