11 महीने बाद आज पहली से बाहरवीं कक्षा तक विद्यार्थी एक साथ पहुंचेंगे स्कूल, आज से स्कूल पहुंचेंगे पहली व दूसरी कक्षा के बच्चे, 293 स्कूलों में लगेंगी कक्षाएं

- करीब एक साल बाद बचे आएंगे स्कूल की जा रही तैयारियां

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:30 AM (IST)
11 महीने बाद आज पहली से बाहरवीं कक्षा तक विद्यार्थी एक साथ पहुंचेंगे स्कूल, आज से स्कूल पहुंचेंगे पहली व दूसरी कक्षा के बच्चे, 293 स्कूलों में लगेंगी कक्षाएं
11 महीने बाद आज पहली से बाहरवीं कक्षा तक विद्यार्थी एक साथ पहुंचेंगे स्कूल, आज से स्कूल पहुंचेंगे पहली व दूसरी कक्षा के बच्चे, 293 स्कूलों में लगेंगी कक्षाएं

- करीब एक साल बाद ब<स्हृद्द-क्तञ्जस्>चे आएंगे स्कूल, की जा रही तैयारियां

- ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन भी होगी पढ़ाई फोटो : 28 जेएचआर 4 जागरण संवाददाता, झज्जर : आज लगभग 11 महीने बाद पहली से लेकर बाहरवीं कक्षा तक के विद्यार्थी एक साथ स्कूल पहुंचेंगे। सोमवार से प्राइमरी स्कूलों में पहली व दूसरी की कक्षाएं भी आरंभ होने जा रही है। जिसके लिए अनुमति दे दी गई है। वहीं विभाग की ओर से जारी किए गए निर्देशानुसार अंतिम तैयारियां की जा रही है। हालांकि, तीसरी से पांचवीं तक की कक्षाएं 24 मार्च से ही प्राइमरी स्कूलों में लग रहीं हैं। बता दे कि कोरोना महामारी के चलते बच्चे अपने घरों पर ही रह रहे थे। जबकि, शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई के विकल्प को चुना। ताकि बच्चे घर पर रहते हुए पढ़ाई कर सकें। ऐसे दौर में ऑनलाइन पढ़ाई भी बच्चों के लिए कई परेशानियां लेकर आई। हालांकि, अब पहली से बारहवीं तक की कक्षाएं फिर स्कूलों में लगने जा रही हैं। स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक लगेंगे। इस दौरान आधे घंटे का ब्रेक होगा और तीन घंटे तक पढ़ाई करवाई जाएगी। बॉक्स : विभागीय निर्देशानुसार स्कूल खुलने के बाद पढ़ने के लिए आने वाले बच्चों को अपने माता-पिता से अनुमति पत्र लेकर आना होगा। जिसके आधार पर बच्चों को स्कूल में प्रवेश मिलेगा। वहीं बच्चों को कोरोना जांच, मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाकर रखने व हाथ सेनिटाइज करने जैसी सावधानी बरतने की भी सलाह दी गई है। ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इधर, शिक्षा विभाग देरी से शुरू हुई कक्षाओं की भरपाई के लिए प्रयास कर रहा है कि विद्यार्थियों को इस समय में अधिक से अधिक पढ़ाया जा सके। ताकि कोरोना महामारी के दौरान घर पर रहते हुए बच्चों को जो पढ़ाई का नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जा सके। इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों को भी निर्देश दिए गए हैं। स्कूलों में पहुंचने वाले प्रत्येक बच्चे व अध्यापकों का प्रतिदिन तापमान मापा जाएगा। जिसका रिकार्ड भी तैयार किया जाएगा। तापमान अधिक मिलने पर स्कूल में आने की अनुमति नहीं होगी। बॉक्स : बता दें कि जिले में 525 सरकारी स्कूल हैं। इनमें से 176 उच्च विद्यालय या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है। वहीं 56 मिडिल स्कूल हैं। इसके अलावा 293 प्राइमरी स्कूल हैं। ये सभी 525 स्कूल 24 फरवरी से ही खुले हुए हैं। फिलहाल, बच्चों को स्कूल में भेजने का निर्णय माता-पिता के हाथों में हैं। माता-पिता की अनुमति के बिना बच्चे स्कूल नहीं आ सकते। - जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह ने बताया कि पहली व दूसरी कक्षा सोमवार से स्कूलों में लगेंगी। संक्रमण से बचाव आदि की सावधानी बरतने के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से शिक्षकों को लिखा जा चुका है। निर्धारित समय में बच्चों को अधिक से अधिक बढ़ाने का प्रयास रहेगा।

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