अब झज्जर डिपो से दौड़ेंगी 40 रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें भी शुरू

प्रदेशभर में 3 जून से रोडवेज बसों का पहिया फिर से दौड़ने लगा। अब एक माह बीत जाने के बाद फिर से झज्जर डिपो में चलने वाली बसों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 08:00 AM (IST)
अब झज्जर डिपो से दौड़ेंगी 40 रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें भी शुरू
अब झज्जर डिपो से दौड़ेंगी 40 रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें भी शुरू

दीपक शर्मा, झज्जर : प्रदेशभर में 3 जून से रोडवेज बसों का पहिया फिर से दौड़ने लगा। अब एक माह बीत जाने के बाद फिर से झज्जर डिपो में चलने वाली बसों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है।

पहले जहां केवल 14 बसें ही चलती थी, वहीं अब इनकी संख्या बढ़ाकर 40 कर दी गई है। लंबे व ग्रामीण रूटों पर भी बसों चलानी आरंभ कर दी हैं। जबकि, अभी भी सवारियों की संख्या में अधिक बढ़ोतरी नहीं हो पाई। अगर शुक्रवार की बात करें तो झज्जर बस स्टैंड से करीब 600 लोगों ने बसों की यात्रा की। पिछले दो-तीन दिन में सवारियों की बढ़ोतरी जरूर हुई है। वहीं शनिवार की बात करें तो सवारियों की संख्या कम रही। रोडवेज बसों के साथ-साथ एक चौथाई प्राइवेट बसों को भी चलाया गया है। लेकिन सवारियों के अभाव में काफी बसें कम सवारियों में ही अपने रूटों पर दौड़ रही हैं।

दूसरे राज्यों में भी बस सेवा शुरू

अब रोडवेज की दूसरे राज्यों में भी बस सेवा शुरू कर दी है। इसके तहत झज्जर से जयपुर के लिए जाने वाले दो बसें व गंगानगर के लिए जाने वाले एक बस चली। हालांकि शुरूआत में लंबी बसों को सवारियां काफी कम मिल रही है। जयपुर के लिए रवाना हुई बस को केवल तीन सवारियों में ही जाना पड़ा। अगर सवारियां बढ़ती है तो इन रूटों पर बसें अच्छे से चलेंगी।

सवारियों की कमी

बसें चलने के बाद भी सवारियों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है। कुछ चुनिदा रूटों को छोड़कर बाकि रूटों पर बसें केवल चार-पांच सवारियों के सहारों ही दौड़ रही है। ग्रामीण रूटों पर भी काफी कम सवारियों मिल रही हैं। बस चले करीब एक माह बीत जाने के बाद भी सवारियों में अधिक बढ़ोतरी नहीं हो पाई। हालांकि बहादुरगढ़, रोहतक, गुरुग्राम, रेवाड़ी व दादरी रूट पर अच्छी सवारियों मिल रही है। एक चौथाई प्राइवेट बस भी आएंगी सड़क पर

अब एक चौथाई प्राईवेट बसों को भी चलाया गया। हालांकि कम सवारियों का असर प्राइवेट बसों में भी देखने को मिला। प्राइवेट बस चालक नरेंद्र ने बताया कि उसने रोहतक रूट पर बस चलाई थी, लेकिन केवल आठ ही सवारियां मिली। ऐसे में बस के तेल का खर्च निकलना भी मुश्किल है। ऊपर से समय भी काफी कम मिल पाता है। अब झज्जर डिपो की 40 बसों को चलाया गया है। हालांकि पहले केवल 14 बसें ही चल रही थी। लेकिन अभी भी अधिक सवारियां नहीं मिल रही। अगर किसी रूट पर सवारियां बढ़ती हैं तो आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त बसें भी चलाई जा रही है।

देवेंद्र सिंह, ड्यूटी क्लर्क, रोडवेज विभाग, झज्जर।

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