डीएपी के साथ यूरिया के लिए भी मारामारी, किसानों को हो रही परेशानी

- आंकड़ों के अनुसार पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध किसानों की लग रही लंबी लाइनें

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 07:35 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 07:35 PM (IST)
डीएपी के साथ यूरिया के लिए भी मारामारी, किसानों को हो रही परेशानी
डीएपी के साथ यूरिया के लिए भी मारामारी, किसानों को हो रही परेशानी

जागरण संवाददाता, झज्जर :

डीएपी खाद के साथ अब यूरिया को लेकर भी किसानों में मारामारी देखने को मिल रही है। काफी किसानों को समय से डीएपी के साथ यूरिया खाद भी उपलब्ध नहीं हो पा रही। जिस कारण किसानों को लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है। घंटों के इंतजार के बाद यूरिया खाद मिल रही है। जिला मुख्यालय स्थित अनाज मंडी में बने खरीद केंद्र पर मंगलवार को सुबह से ही किसानों की लंबी लाइन लगी रही। डीएपी व यूरिया के लिए अलग-अलग दो लाइन लगी थी। ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो। प्रशासनिक आंकड़ों की बात करें तो यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले में फिलहाल करीब 2700 टन यूरिया का स्टाक उपलब्ध है। लेकिन स्थिति को देखकर ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा। यूरिया खाद उपलब्ध नहीं होने के कारण किसानों को लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है। काफी किसान तो दो-तीन दिनों से चक्कर काट रहे हैं। ताकि उन्हें यूरिया उपलब्ध हो सके। मौके पर मौजूद किसानों का कहना था कि पहले डीएपी के लिए धक्के खाने पड़े थे। बड़ी मुश्किल से डीएपी खाद मिली। जिसके बाद उन्होंने फसलों की बिजाई की। गेहूं की बात करें तो कोर (पहले पानी) के समय गेहूं में यूरिया खाद डालनी होती है। अगर समय से सिचाई नहीं की गई तो इसका असर गेहूं की ग्रोथ पर भी पड़ेगा। साथ ही पैदावार भी प्रभावित होगी। इसलिए सरकार को चाहिए कि यूरिया खाद समय से उपलब्ध करवाई जाए।

- जिला गुणवत्ता नियंत्रक जसबीर सिंह ने बताया कि फिलहाल करीब 2700 टन यूरिया उपलब्ध है। सभी किसानों को यूरिया मिलेगी, किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी उठाने की जरूरत नहीं हैं। हालांकि डीएपी खाद उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है। जो भी डीएपी मिलती है, उसे खरीद केंद्रों तक पहुंचाकर किसानों को उपलब्ध करवाने का प्रयास रहता है।

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