..जांच के बाद ही खरीदा जाएगा किसानों का बाजरा

- मंगलवार को नहीं हुई बाजरा की खरीद भटकते रहे किसान

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Nov 2020 07:20 AM (IST) Updated:Wed, 18 Nov 2020 07:20 AM (IST)
..जांच के बाद ही खरीदा जाएगा किसानों का बाजरा
..जांच के बाद ही खरीदा जाएगा किसानों का बाजरा

- मंगलवार को नहीं हुई बाजरा की खरीद, भटकते रहे किसान

- 27 नवंबर तक बाजरा खरीद जारी रहने की निर्देश फोटो : 17 जेएचआर 14 जागरण संवाददाता,झज्जर :

बाजरा खरीद बड़े किसानों के लिए गले की फांस आन बनी है। काफी किसान ऐसे हैं, जिनका काफी बाजरा अभी भी घरों में पड़ा हुआ है। लेकिन, शेड्यूल में नाम आने के बाद भी उनका बाजरा नहीं खरीदा जा रहा। इसलिए किसान अपने बाजरे को लेकर चितित है। अब किसान जाए तो कहां जाए। जिन किसानों के पास अधिक बाजरा बचा हुआ है, वे सीधे व्यापारियों को भी नहीं बेच सकते। ऐसे में उन्हें 700-800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से घाटा तक उठाना पड़ेगा। इसलिए, किसान बाजरा को 2100 रुपये प्रति क्विंटल के सरकारी भाव से बेचना चाहते हैं। जिन किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है, वे भी बाजरा बेचने के लिए धक्के खा रहे हैं। हालांकि, अब नए आदेशों के अनुसार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन वाले किसानों का बाजरा उपायुक्त द्वारा जांच के बाद ही खरीदा जाएगा। वहीं बाजरा खरीद की अंतिम तिथि भी 27 नवंबर तक बढ़ा दी है। बता दें कि जिला के अधिकतर किसानों का एक-एक बार बाजरा बिक चुका हैं। पहली बारी में केवल 40 क्विंटल बाजरा ही प्रति किसान के हिसाब से खरीदा गया। इस प्रक्रिया के दौरान उन किसानों का बाजरा शेष बच गया, जिन्होंने 5 एकड़ से अधिक एरिया में बाजरे की बिजाई की हुई थी। उन किसानों का सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद 40 क्विंटल से अधिक बाजरा खरीदना था। लेकिन पहली बारी में नाम आने के बाद भी उनका सारा बाजरा नहीं बिक पाया। वे किसान अब दोबारा से शेड्यूल में नाम आने व बाजरा बिकने का इंतजार कर रहे थे। जबकि, अब शेड्यूल में नाम आने के बाद भी खरीद नहीं हो रही। इसलिए किसानों को परेशानी हो रही है। इसके लिए किसानों ने रोष जताया। - झज्जर अनाज मंडी की बात करें तो मंगलवार को 34 किसानों का शेड्यूल के अनुसार नाम आया हुआ था। इनमें से अधिक किसान 40 क्विंटल बाजरा वाले व दूसरी बार नंबर आने वाले हैं। लेकिन शेड्यूल में नाम आने के बाद भी बाजरा नहीं खरीदा गया। गांव सुलौधा निवासी राजेंद्र ने बताया कि उसका 40 क्विंटल बाजरा बिक चुका है। लेकिन अभी करीब 56 क्विटल बाजरा और बचा हुआ है। वहीं सुलौधा निवासी रणसिंह ने बताया कि उसका पहली बारी में 40 क्विंटल बाजरा बिकने के बाद करीब 15 क्विटल बाजरा अभी भी बचा हुआ है। शेड्यूल में नाम आने के बाद भी उनका बाजरा नहीं खरीदा गया। - फूड एंड सप्लाई विभाग की तरफ से पत्र मिला है। जिसके आधार पर बाजरा खरीद 27 नवंबर तक जारी रहेगी। हालांकि इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने वाले किसानों की उपायुक्त द्वारा जांच की जाएंगी। सही पाए जाने वालों की लिस्ट आने के बाद ही बाजरा खरीद का कार्य किया जाएगा।

विजय सिंह, असिस्टेंट सेक्रेटरी, मार्केट कमेटी, झज्जर।

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