बाजरा खरीद से वंचित किसान काट रहे अधिकारियों के धक्के

- कमेटी से फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद होगी बाजरा खरीद

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Nov 2020 06:40 AM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 06:40 AM (IST)
बाजरा खरीद से वंचित किसान काट रहे अधिकारियों के धक्के
बाजरा खरीद से वंचित किसान काट रहे अधिकारियों के धक्के

- कमेटी से फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद होगी बाजरा खरीद

- 27 नवंबर तक बाजरा की सरकारी खरीद के जारी हो रखे निर्देश फोटो : 19 जेएचआर 1, 2 जागरण संवाददाता,झज्जर : बाजरा खरीद से वंचित व कम बाजरा बिकने वाले किसान फिलहाल अधिकारियों के धक्के खा रहे हैं। ताकि, उनका बाजरा सरकार द्वारा खरीदा जाए। इधर, सरकार ने खरीद पर रोक लगा दी गई है। खरीद से पहले उपायुक्त द्वारा गठित कमेटी द्वारा वेरिफिकेशन की जाएगी। जिसके लिए कमेटियों का गठन किया गया है। जो संबंधित मंडी के किसानों की वेरिफिकेशन करेगी। इसके तहत निर्णय लिया गया है कि बाजरा खरीद से पहले फिजिकल वेरिफिकेशन की जाएगी। इसके लिए पटवारियों को भी साथ लिया जाएगा। शुक्रवार से ही फिजिकल वेरिफिकेशन प्रक्रिया आरंभ होने जा रही है। फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद किसानों का बाजरा खरीदा जाएगा। हालांकि, बाजरा खरीद के लिए 27 नवंबर अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। - डेढ़ माह बाजरा खरीद चलने के बाद भी खरीद का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में वे किसान परेशान है, जिनका बाजरा नहीं बिका है। किसान घाटे से बचने के लिए सरकारी खरीद का इंतजार कर रहे हैं। सरकार द्वारा बाजरा 2100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा जा रहा है। अगर किसान इस बाजरे को कहीं बाहर बेचते हैं तो बड़ी मुश्किल से 1300-1400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकेगा। जिस कारण किसानों को 700-800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से नुकसान उठाना पड़ सकता है। जिन किसानों ने बाजरे का ऑनलाइन पंजीकरण करवाया हुआ है, वे भी अपना बाजरा नहीं बेच पाए है। जिससे किसान बाजरा खरीद के लिए चितित हैं। - वेरिफिकेशन के लिए किसान द्वारा अपने बाजरे का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। बिना रजिस्ट्रेशन वाले किसानों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। कमेटी गठन के बाद किसानों को उम्मीद बंधी है कि उनका बाजरा खरीदा जाएगा। बता दें कि बाजरा खरीद पर रोक लगने के कारण सबसे अधिक बड़े किसान प्रभावित हुए हैं। जिनका बाजरा 40 क्विंटल से अधिक था। क्योंकि सरकार ने एक बार शेड्यूल में नाम आने पर किसान से केवल 40 क्विंटल बाजरा ही खरीदा है, इसके अतिरिक्त बाजरा नहीं खरीदा गया। इधर, जिन किसानों ने पहली बार शेड्यूल में नाम आने के बाद बाजरा नहीं बेचा वे भी वंचित हैं। अब तक जिले के 21 हजार 174 किसानों का 65 हजार 845 मीट्रिक टन बाजरा खरीदा गया है।

ये बोले किसान

झज्जर मार्केट कमेटी कार्यालय में पहुंचे गांव मारौत निवासी जयसिंह ने बताया कि उसका 108 क्विंटल बाजरे का रजिस्ट्रेशन है। एक बार नंबर आने से केवल 40 क्विंटल बाजरा ही बिक पाया है। वहीं जयभगवान ने बताया कि उसका 40 क्विंटल बाजरा बिकने के बाद सवा 6 क्विंटल बाजरा बचा हुआ है। मातनहेल निवासी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि उसका एक बार 40 क्विंटल बाजरा बिकने के बाद करीब 23 क्विंटल बाजरा बिकना बकाया है। वहीं करीब 12 क्विटल उसके बेटे का बाजरा भी बकाया है। वहीं सुंदरहेटी निवासी सुशील ने बताया कि उसका 143 क्विंटल बाजरा था। जिसमें से 40 क्विटल बाजरा ही बिका है। अब वे इस बाकाया बाजरे का करें तो क्या करें। सरकार को चाहिए कि वह उनका पूरा बाजरा खरीदें। -बाजरा खरीद से पहले फिजिकल वेरिफिकेशन की जाएगी। इस दौरान देखा जाएगा कि उस किसान ने बाजरे की बिजाई की हुई है या नहीं और उसके पास बाजरा है या नहीं। वेरिफिकेशन के बाद ही बाजरा खरीद शुरू होगी। शुक्रवार से ही कमेटी फिजिकल वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।

ईश्वर सिंह, नायब तहसीलदार, झज्जर।

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