किसान संगठन और पुलिस-प्रशासन हुए आमने-सामने, गिरफ्तारी के लिए दी जा रही दबिश

- इधर ढांसा बार्डर पर जुटे किसानों ने सौंपा एसडीएम विशाल कुमार को ज्ञापन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:50 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 06:50 AM (IST)
किसान संगठन और पुलिस-प्रशासन हुए आमने-सामने, गिरफ्तारी के लिए दी जा रही दबिश
किसान संगठन और पुलिस-प्रशासन हुए आमने-सामने, गिरफ्तारी के लिए दी जा रही दबिश

- इधर, ढांसा बार्डर पर जुटे किसानों ने सौंपा एसडीएम विशाल कुमार को ज्ञापन

- इंटरनेट मीडिया पर दिन भर वायरल होते रहे नेताओं के आडियो, वीडियो संदेश

- किसान नेता कपूर सिंह की गिरफ्तारी को लेकर भी सामने आ रहे अलग-अलग बयान

- ढांसा बार्डर पर किसानों को एकजुट करने के लिए निरंतर हो रहा संपर्क फोटो : 12, 14 संवाद सूत्र, बादली (झज्जर) :

रविवार को भाजपा कार्यालय के शिलान्यास के बाद की गई तोड़फोड का मामला तूल पकड़ता हुआ दिख रहा हैं। किसान संगठन और पुलिस-प्रशासन एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए हैं। इधर, अल सुबह के समय संगठन के खजांची कुकड़ोला गांव निवासी कपूर सिंह को पुलिस की टीम अपने साथ लेकर जिला मुख्यालय स्थित सिटी थाना में पूछताछ के लिए लेकर आईं। जिसके बाद यह आडियो खूब प्रचारित हुआ कि कपूर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेशाध्यक्ष गुरुनाम सिंह चढ़ूनी का वीडियो भी जारी हुआ। जिसमें उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि वे किसानों को परेशान न करें। अगर बात गिरफ्तारी की आती है तो पूरा हरियाणा इस बात के लिए तैयार हैं। उधर, कपूर सिंह का कहना है कि उन्हें सुबह चार बजे पुलिस की दो गाड़ियां लेने के लिए आई थी। कागजी कार्यवाही करते हुए जमानत पर छोड़ा गया है। जबकि, सिटी थाना प्रभारी निरीक्षक नर सिंह के मुताबिक किसी भी किसान को गिरफ्तार नहीं किया गया। हां, पूछताछ जरूर की गई है। बुधवार दोपहर बाद ढांसा बार्डर पर भारतीय किसान यूनियन एवं गुलिया खाप तीसा की ओर से एसडीएम विशाल कुमार को एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें किसी को भी गिरफ्तार नहीं किए जाने की बात कही गई है। बहरहाल, मामला फंसने लगा है। पुलिस दर्ज किए गए मामले की जांच करते हुए लगातार दबिश दे रही है। जबकि, गांव-गांव में पुलिस के स्तर पर दी जा रही दबिश का संगठनों के स्तर पर व्यापक विरोध होने लगा हैं। ढांसा बार्डर पर किसानों को एकजुट करने के लिए निरंतर हो रहा संपर्क : ढांसा बार्डर धरना पर लोगों की हाजिरी बढ़ाने के लिए संगठन से जुड़े लोग पूरा जोर लगा रहे हैं। ग्रुपों में संदेश भेजकर उन्हें वायरल किया जा रहा है। जिसमें एकजुट होकर पहुंचने का आह्वान हो रहा है। बुधवार को ढांसा बार्डर पर अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ रही। यहां पर मौजूद किसान नेताओं की बैठकों का भी दिन भर दौर चला। जिसमें बाद में यह निष्कर्ष निकला कि प्रशासन को संयुक्त रूप से एक ज्ञापन सौंपते हुए मांग उठाई जाएगी। हालांकि, इससे पहले यह भी सामने आ रहा था कि किसान संगठनों से जुड़े लोग जिला के थाना का घेराव कर सकते हैं। जिसकी वजह से खुफिया विभाग ने भी सक्रियता बनाए रखी। बहरहाल, एसडीएम को ज्ञापन सौंप दिया गया है। क्या बोले कपूर सिंह :

कपूर सिंह ने फोन पर बातचीत में बताया कि सुबह करीब चार बजे पुलिस की दो गाड़ियां उनके घर पर आई थी। अलग-अलग गाड़ियों में 6-7 लोग मौजूद थे। जिसके बाद उन्हें गांव कुकड़ोला से सिटी थाना, झज्जर ले जाया गया। थाना में चली कागजी प्रक्रिया के बाद अपने भतीजे को वहां पर बुलाते हुए छोड़ा गया। अब वे पुन: सक्रियता के साथ ढांसा बार्डर धरने पर है। वह रविवार को किए गए शांतिपूर्वक प्रदर्शन का हिस्सा भर थे। प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ के जाने के बाद वहां पर विरोध प्रदर्शन किया गया। लेकिन, जिस तरह से मामला दर्ज करते हुए छापेमारी और गिरफ्तारी की जा रही है, वह उचित नहीं है। किसान नेताओं ने जताया एतराज : किसान संगठनों के यहां पर दी जा रही दबिश को लेकर किसान नेता दलजीत ने कहा कि सरकार ने अस्पताल तो बनाए नहीं और ना ही इनके पास जेल इतनी जेल है। जो कि किसानों को गिरफ्तार कर पाए। टोहाना में भी तो जेल भरने के लिए गए थे। अब तो हम हस्ताक्षर अभियान चलाने वाले है, कि हमारा नाम मामले में क्यों नहीं आया। सरकार को कहते है कि पहले जेल बना लो। जब जेल बन जाएगी, तो हम सभी खुद आ जाएंगे बॉक्स : किसान नेता वीरेंद्र डागर ने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष सहित अन्य नेता करीब आठ बजे निकल चुके थे। उनके जाने के बाद जब वे वहां पर पहुंचे तो कोई नहीं था। वह भी वहां एक-डेढ़ घंटा रुके भी है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन में मौजूद अधिकारी संविधान की उस कसम को याद करें। जो जिम्मेवारी के साथ उन्हें ली थी। कहा कि सरकार कितने भी केस दर्ज कर लें, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। यह सभी कुछ किसानों को प्रताड़ित करने के लिए हो रहा है। प्रतिक्रिया : किसी भी किसान नेता की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं। दर्ज हुए मामले के आधार पर किसान नेता से पूछताछ की गई है। मामले में नियमानुसार जांच की जा रही है।

निरीक्षक नर सिंह, सिटी थाना प्रभारी, झज्जर

chat bot
आपका साथी