केएमपी से लेकर पंजाब के गुरदासपुर तक 397 किमी लंबे दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे का जल्द शुरू होगा निर्माण, टेंडर आवंटित
दिल्ली से कटरा तक फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से इस एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर टेंडर आवंटित किए गए हैं। पहले चरण में 12 पैकेजों के तहत इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य किया जाएगा जिस पर करीब 12 हजार 915 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। केएमपी के जसौर खेड़ी प्वाइंट से लेकर पंजाब के गुरदासपुर तक करीब 397 किलोमीटर लंबी इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य सात कंपनियों को अलग-अलग पैकेज के रूप में आवंटित किया गया है। इनमें कुछ कंपनियां ज्वाइंट वेंचर के तहत काम करेंगी।
कृष्ण वशिष्ठ, बहादुरगढ़:
दिल्ली से कटरा तक फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से इस एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर टेंडर आवंटित किए गए हैं। पहले चरण में 12 पैकेजों के तहत इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य किया जाएगा, जिस पर करीब 12 हजार 915 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। केएमपी के जसौर खेड़ी प्वाइंट से लेकर पंजाब के गुरदासपुर तक करीब 397 किलोमीटर लंबी इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य सात कंपनियों को अलग-अलग पैकेज के रूप में आवंटित किया गया है। इनमें कुछ कंपनियां ज्वाइंट वेंचर के तहत काम करेंगी। हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे की 135 किमी तो पंजाब में गुरदासपुर तक इसकी लंबाई करीब 262 किमी रहेगी। वैसे हरियाणा में केएमपी के पास जसौर खेड़ी से लेकर कटरा तक 600 किमी लंबा यह एक्सप्रेस वे होगा। हरियाणा व पंजाब के गुरदासपुर तक 397 किमी लंबे एक्सप्रेस वे पर 21 टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे पर 135 किमी के अंतराल में आठ तो 262 किमी पंजाब क्षेत्र में 13 टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। यह केएमपी पर हरियाणा के झज्जर जिले के गांव जसौर खेड़ी से सोनीपत, रोहतक, गोहाना, जींद, करनाल, कैथल से होता हुआ खनौरी बार्डर से पंजाब की सीमा में प्रवेश करेगा। पंजाब के संगरूर जिले से अमृतसर और फिर कटरा तक इसका निर्माण कार्य किया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के बन जाने जाने से उत्तर भारत में एक नई औद्योगिक क्रांति आएगी। यह एक्सप्रेस वे अमूमन औद्योगिक क्षेत्रों को एक साथ जोड़ने का काम करेगा, जिससे निवेश व रोजगार बढ़ने के आसार हैं। दिल्ली यानी केएमपी के जसौर खेड़ी से पंजाब के गुरुदासपुर तक इन 12 पैकेजों में बनेगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे:
-पहला पैकेज: यह 34 किमी लंबा होगा। जसौर खेड़ी के पास केएमपी से शुरू होकर रोहतक-पानीपत एनएच-709 पर गांव रूखी तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 1053.34 करोड़ की राशि खर्च होने का अनुमान है। केसीसी बिल्डकान कंपनी को इसका टेंडर दिया गया।
-दूसरा पैकेज: यह 28.800 किमी लंबा होगा। गांव रूखी में रोहतक-पानीपत एनएच-709 से शुरू होकर जींद-पानीपत एनएच-352ए पर गांव गंगाना तक बनाया जाएगा। इस हिस्से के निर्माण पर 858.41 करोड़ की राशि खर्च होने का अनुमान है। सीडीएस इंफ्रा प्रोजेक्ट को इसका टेंडर दिया गया।
-तीसरा पैकेज: यह 30.600 किमी लंबा होगा। जींद-पानीपत एनएच-352ए पर गांव गंगाना से शुरू होकर जींद-करनाल एनएच-709ए पर गांव अलेवा तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 894.98 करोड़ की राशि खर्च होने का अनुमान है। केसीसी बिल्डकान कंपनी को इसका टेंडर दिया गया।
-चौथा पैकेज: यह 28.850 किमी लंबा होगा। जींद-करनाल एनएच-709ए पर गांव अलेवा के पास से शुरू होकर अंबाला-कैथल-हिसार एनएच-152 पर गांव खरक पांडवा तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 838.50 करोड़ की राशि खर्च होने का अनुमान है। एनकेसी प्रोजेक्ट को इसका टेंडर दिया गया।
-पांचवां पैकेज: यह 37.67 किमी लंबा होगा। अंबाला-कैथल-हिसार एनएच-152 पर गांव खरक पांडवा से शुरू होकर पंजाब के पटियाला-सामना-पटरान स्टेट हाइवे पर घग्गा कस्बे तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 1099.94 करोड़ की राशि खर्च होगी। सीडीएस इंफ्रा प्रोजेक्ट को इसका टेंडर दिया गया।
-छठा पैकेज: यह करीब 31 किमी लंबा होगा। पंजाब के पटियाला-सामना-पटरान स्टेट हाइवे पर घग्गा कस्बे से शुरू होकर पटियाला-बठिडा एनएच-7 पर भवानीगढ़ तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 850.12 करोड़ की राशि खर्च होगी। शिव बिल्ड इंडिया को इसका टेंडर दिया गया।
-सातवां पैकेज: यह करीब 37 किमी लंबा होगा। यह पटियाला-बठिडा एनएच-7 पर भवानीगढ़ से शुरू होकर लुधियाना-मालेरकोटला स्टेट हाइवे पर भोगीवाल तक बनाया जाएगा। इस पर करीब 983.33 करोड़ की राशि खर्च होगी। सेईगल इंडिया को इसका टेंडर दिया गया।
-आठवां पैकेज: यह करीब 35 किलोमीटर लंबा होगा। लुधियाना-मालेरकोटला स्टेट हाइवे पर भोगीवाल से शुरू होकर लुधियाना-मोघा एनएच-5 पर मुल्लांपुर दाखा तक बनाया जाएगा। इस पर 1129.02 करोड़ की राशि खर्च होगी। एवरासकोन व एमकेसिल कंपनी को ज्वाइंट वेंचर में इसका टेंडर दिया गया।
-नौंवा पैकेज: यह करीब 43 किमी लंबा होगा। लुधियाना-मोघा एनएच-5 पर मुल्लांपुर दाखा से शुरू होकर जालंधर-मोघा एनएच-703 पर कांग सहिबू तक बनाया जाएगा। इस पर 1404.13 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। एवरासकोन व एमकेसिल कंपनी को ज्वाइंट वेंचर में इसका टेंडर दिया गया।
- 10वां पैकेज: यह 15.5 किमी लंबा होगा। जालंधर-मोघा एनएच-703 पर कांग सहिबू से जालंधर-कपूरथला एनए-703ए पर खोजेवाल तक बनाया जाएगा। इसी पैकेज में 24 किमी लंबा एक्सप्रेस वे अलग से अमृतसर से इस एक्सप्रेस को कनेक्टिविटी देने के लिए बनाया जाएगा। इस पर करीब 1230.92 करोड़ की राशि खर्च होगी। एवरासकोन व एमकेसिल कंपनी को ज्वाइंट वेंचर में इसका टेंडर दिया गया।
-11वां पैकेज: यह 43 किमी लंबा होगा। जालंधर-कपूरथला एनए-703ए पर खोजेवाल से शुरू होकर अमृतसर-टांडा एनएच-503ए पर श्री हरगोबिदपुर तक बनाया जाएगा। इस पर 1437.20 करोड़ की राशि खर्च होगी। एवरासकोन व एमकेसिल कंपनी को ज्वाइंट वेंचर में इसका टेंडर दिया गया।
-12वां पैकेज: यह 35 किमी लंबा होगा। अमृतसर-टांडा एनएच-503ए पर श्री हरगोबिदपुर से शुरू होकर पठानकोट-गुरदासपुर एनएच-54 पर गुरदासपुर तक बनाया जाएगा। इस पर 1135.34 करोड़ की राशि खर्च होगी। एवरासकोन व एमकेसिल कंपनी को ज्वाइंट वेंचर में इसका टेंडर दिया गया। वर्जन.
कटरा एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर टेंडर आवंटित कर दिए गए हैं। ये किन कंपनियों को आवंटित किए गए हैं यह मुख्यालय स्तर का काम है। जल्द ही इस एक्सप्रेस को लेकर काम शुरू हो जाएगा। जमीन का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। यह कार्य पूरा होने के बाद ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाती है।
----हनुमंत सांगवान, महाप्रबंधक, प्रोजेक्ट इंपलीमेंटेशन यूनिट, एनएचएआइ, सोनीपत।