30 जून के बाद नहीं चल पाएंगे ईंट-भट्ठे, 1 मार्च से हुए थे शुरू

- चार माह तक चले जिले के ईंट-भट्ठे - 30 जून के बाद चलाने वाले संचालक के खिलाफ होगी कार्रवाई

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 06:10 AM (IST)
30 जून के बाद नहीं चल पाएंगे ईंट-भट्ठे, 1 मार्च से हुए थे शुरू
30 जून के बाद नहीं चल पाएंगे ईंट-भट्ठे, 1 मार्च से हुए थे शुरू

- चार माह तक चले जिले के ईंट-भट्ठे

- 30 जून के बाद चलाने वाले संचालक के खिलाफ होगी कार्रवाई जागरण संवाददाता, झज्जर : ईंट-भट्ठे अब 30 जून के बाद नहीं चल पाएंगे। इसके बाद जो ईंट-भट्ठा चलता हुआ पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं एनजीटी (राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण) के आदेशों पर चार माह के लिए ईंट-भट्ठे चलाने की अनुमति मिली थी। ईंट-भट्ठा एसोसिएशन ने भी इस पर अपनी सहमति जताई है। साथ ही कहा है कि सभी ईंट-भट्ठा संचालक 30 जून तक ही अपने ईंट-भट्ठों को चलाएंगे। इस अवधि के दौरान अपने कच्चे माल की पकाई का कार्य भी पूरा कर लेंगे।

ईंट-भट्ठों के बात करें तो प्रदेश में सबसे अधिक ईंट-भट्ठे झज्जर जिले में हैं। जिले की बात करें तो करीब 350 से अधिक ईंट-भट्ठे हैं। वहीं एनसीआर में होने व दिल्ली के नजदीक होने के कारण झज्जर की अहमियत और भी अधिक बढ़ जाती है। ईंट-भट्ठों के चलने या न चलने से सबसे अधिक प्रभाव झज्जर को ही पढ़ता है। बता दें कि एनजीटी के आदेशों पर 1 मार्च से ईंट-भट्ठे शुरू किए गए थे। वहीं, चार माह तक ईंट-भट्ठे चलाने के निर्देश थे, जो अवधि 30 जून को खत्म होने जा रही है। एनजीटी के आदेशानुसार 30 जून के बाद ईंट-भट्ठे नहीं चलेंगे। इधर, मौसम को देखते हुए भी ईंट-भट्ठों को बंद करना ही उचित माना जाता रहा है। ईंट-भट्ठा संचालकों के अनुसार अगर बारिश होती है तो उन्हें काफी नुकसान होता है। बारिश के कारण जो कच्चा माल होता है वह खराब हो जाता है। जिससे ईंटों की पथाई ही नहीं अन्य खर्च भी बढ़ जाते हैं। साथ ही जिन भट्ठों में लकड़ी, कोयला आदि ईंधन डाले जाते हैं, उनका ईंधन भी बारिश में भीगने के कारण काम प्रभावित होता है। इसलिए, बारिश के मौसम को देखते हुए ईंट-भट्ठे बंद करना ही सही रहता है। ताकि भट्ठा मालिकों को कोई नुकसान ना हो।

-ईंट-भट्ठा मालिक एसोसिएशन के जिला प्रधान विनोद गुलिया ने बताया कि उनकी सोनीपत में बैठक हुई है। बैठक के दौरान ईंट-भट्ठे चलाने को लेकर चर्चा हुई। बैठक में निर्णय लिया कि वे एनजीटी के नियमों की पालना करते हुए काम करेंगे। एसोसिएशन ने भी निर्णय लिया है कि सभी भट्ठे 30 जून से बंद कर दिए जाएंगे। 30 जून के बाद कोई भी ईंट-भट्ठा नहीं चलेगा।

-डीएफएससी मनीषा मेहरा ने कहा कि एनजीटी के आदेशानुसार 30 जून तक ही ईंट-भट्ठे चलाने की अनुमति है। अगर 30 जून के बाद कोई ईंट-भट्ठा चलता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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