क्रिकेटर युवराज द्वारा अनुसूचित जाति पर टिप्पणी करने के मामले में पुलिस ने आयोग को नहीं दिया जवाब
अधिवक्ता रजत कलसन ने क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ 2 जून को एक शिकायत दी थी जिसमें युवराज सिंह द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
हांसी, जेएनएन। क्रिकेटर युवराज सिंह द्वारा अनुसूचित जाति के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप से जुड़े मामले में हांसी जिला पुलिस द्वारा एससी-एसटी आयोग के समक्ष निर्धारित समय में रिपोर्ट ना भेजने पर आयोग ने कड़ा संज्ञान लिया है। अधिवक्ता व एक्टिविस्ट रजत कलसन ने बताया कि अब आयोग ने एसपी को भेजे अपने ताजा नोटिस में युवराज सिंह के खिलाफ की गई शिकायत पर की गई कार्रवाई की एक्शन टेकन रिपोर्ट 5 दिन के अंदर पेश करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, जिला पुलिस को अभी वीडियो की लैब रिपोर्ट नहीं मिली है। पुलिस ने शिकायतकर्ता द्वारा सौंपी गई वीडियो को लैब में जांच के लिए भेजा हुआ है। कलसन ने बताया कि आयोग ने उनकी शिकायत पर बीते 24 जून को हांसी के पुलिस अधीक्षक से 15 दिन के अंदर जवाब मांगा था, लेकिन पुलिस ने इस बारे में आज तक आयोग को कोई रिपोर्ट नहीं भेजी है।
उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा मांगी गई स्टेट्स रिपोर्ट के बारे में कोई जवाब ना देना एक तरह से आयोग की अवमानना है। अधिवक्ता रजत कलसन ने बताया कि आयोग ने अपने नोटिस में कहा है कि अगर तय समय के अंदर एसपी हांसी ने अपनी रिपोर्ट आयोग को नहीं भेजी तो संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत शक्तियों का प्रयोग कर एसपी हांसी को तलब कर आगामी कार्रवाई करेगा।
उल्लेखनीय है कि अधिवक्ता रजत कलसन ने क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ 2 जून को एक शिकायत दी थी तथा उस शिकायत में युवराज सिंह द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की है। इस मामले ने तूल पकड़ लिया था, इसके बाद युवराज सिंह ने ट्वीट भी किया था कि उन्होंने किसी को ठेस पहुंचाने के मकसद से कुछ भी नहीं किया, उन्हें तो पता भी नहीं कि उनसे किन शब्दों का प्रयोग हुआ है, फिर भी अगर किसी को ठेस पहुंची तो वो खेद जाहिर करते हैं।