आपके काम की खबर, हरियाणा में आपके घर तक पैसा पहुंचाएंगी महिलाएं, ये है सरकार की योजना

गांवों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अब सीएससी सेंटर देने के साथ ही बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट के रूप में उनको नियुक्त किया जाएगा। यह महिलाएं गांवों में लोगों का पैसा जमा करेगी और उनको जरूरत पड़ने पर उनके खुद के अकाउंट के जमा राशि में से पैसा भी देगी।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 09:09 AM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 09:09 AM (IST)
आपके काम की खबर, हरियाणा में आपके घर तक पैसा पहुंचाएंगी महिलाएं, ये है सरकार की योजना
गांवों में सीएससी सेंटर के अलावा बैंक प्रतिनिधि के रूप में काम करेगी महिलाएं।

जागरण संवाददाता, भिवानी। गांवों में यदि महिला आपके घर तक पैसा पहुंचाए तो सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगेगा। लेकिन सरकार की योजना के तहत ऐसा होने जा रहा है। गांवों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अब सीएससी सेंटर देने के साथ ही बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट के रूप में उनको नियुक्त किया जाएगा। यह महिलाएं गांवों में लोगों का पैसा जमा करेगी और उनको जरूरत पड़ने पर उनके खुद के अकाउंट के जमा राशि में से पैसा भी देगी। जिले में ऐसे 198 महिलाओं का चयन किया गया हैं। इन महिलाओं को अब ट्रेनिंग दी जा रही है। यह ट्रेनिंग ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की तरफ से गांव हरिपुर और पालुवास में दी जा रही है।

समूह में होंगी 10 महिलाएं 

हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह का गठन किया जाता हैं। इन समूह में दस महिलाएं तक होती हैं। इसमें काफी महिलाएं पढ़ी लिखी होती है तो अपना काम कर रही है। इन पढ़ी लिखी महिलाओं का ही अब चयन किया गया है। 12वीं पास इन 198 महिलाओं का चयन कर इनको ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वह अपने पैर पर खड़ी हो सकें।

डिजी पेय सखी कहलाएंगी महिलाएं

महिलाओं को सीएससी सेंटर मिलेगी। इस पर काम करने के लिए अभी ट्रेनिंग चल रही है। सीएससी चलाने वाली इन महिलाओं को डिजी पेय सखी के नाम से जाना जाएगी। इसी प्रकार बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट सखी के नाम से भी महिलाओं को काम दिया जाएगा। इनका बैंक से अनुबंध होगा और वह अपने गांव में बैंक के लिए काम करेगी। वह गांव के बुजुर्ग व अन्य लोगों को पैसों की जरूरत पड़ने पर उनके खाते का पैसा देगी। इस लिए उनको यह नाम दिया गया है। इससे पेंशन, पैसा निकलने वाले ग्रामीणों को दूसरे गांव में भटकते हुए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

आइआइबीएफ लेगी टेस्ट

इंडियन इंस्टीट्यूट आफ बैंकिंग फाइनेंस (आइआइबीएफ) की तरफ से इन महिलाओं का टेस्ट लिया जाएगा। यह उनको पास होने पर सर्टिफिकेट जारी करेगी। उसके बाद ही उनको सीएससी सेंटर मिलेंगे। उनकी आइडी उनको मिल पाएगी। 

198 महिलाओं का चयन

भिवानी डीपीएम शिखा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 198 महिलाओं का चयन किया गया हैं। उनकी ट्रेनिंग चल रही है। यह महिला सशक्तिरण में अहम होगा। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तेजी से आगे बढ़ पाएंगी।

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