पुरुषों से ज्यादा स्वस्थ महिलाओं का दिल, हार्ट अटैक से 86 फीसद पुरुषों की मौत, महिलाएं 14 फीसद
World Heart Day बदलती जीवनशैली से दिल की सेहत खराब हो रही है। देश में हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बीते तीन वर्षों के अंदर हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में 17 फीसद इजाफा हुआ है। वहीं महिलाओं का दिल पुरुषों की तुलना में स्वस्थ है
हांसी (हिसार) [मनप्रीत सिंह] बदलती जीवनशैली से दिल की सेहत खराब होती जा रही है। देश में साल-दर-साल हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बीते तीन वर्षों के अंदर हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में 17 फीसद इजाफा हो गया है। वहीं, महिलाओं का दिल पुरुषों की तुलना में स्वस्थ है। हृदय गति रुकने से होने वाली कुल मौतों में 14 फीसद मामले महिलाओं के हैं, 86 फीसद पुरुषों के।
जिंदगी में बढ़ते तनाव के कारण सीने में बायीं ओर धड़कने वाले 2.89 ग्राम के दिल का मामला बिगड़ता जा रहा है। नेशनल क्राइम रिकाड्र्स ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले बेहद कम हैं। 2019 में हार्ट अटैक से हुई 25 हजार 764 मौतों में से महिलाओं की संख्या केवल 3 हजार 663 थी। यानी बदलते लाइफस्टाइल में महिलाएं अपने दिल की हिफाजत पुरुषों से अधिक कर रही हैं।
वहीं, हार्ट अटैक का खतरा अब दिल की बातों में खोए रहने वाले युवाओं में भी बढ़ रहा है। 2019 में हार्ट अटैक से हुई कुल मौतों में 36 फीसद की उम्र 14 से 45 वर्ष की थी। आंकड़ों का विस्तृत अध्ययन बताता है कि हार्ट अटैक का खतरा पूर्व में उम्रदराज लोगों में ज्यादा होता था, अब यह युवाओं को भी घेर रहा है।
बीते तीन वर्षों में हरियाणा में हार्ट अटैक से मौत का आंकड़ा
वर्ष पुरुष महिला कुल
2017 839 71 0910
2018 927 80 1007
2019 943 71 1014
बीते तीन वर्षों में देश में आयुवर्ग के हिसाब से मौत का आंकड़ा
उम्र कुल पुरुष महिला
00-14 95 51 44
14-18 123 98 25
18-30 2381 1980 401
30-45 7751 6858 893
45-60 11140 9706 1334
60 प्लस 6612 5267 1345
देश में 17 फीसद बढ़ी हार्ट अटैक से मौत
वर्ष पुरुष महिला कुल
2017 20027 3219 23246
2018 22101 3663 25764
2019 23960 4032 28005
क्या दफ्तर दे रहा है टेंशन
हार्ट अटैक की एक प्रमुख वजह तनाव को भी माना जाता है। बीते 3 सालों के आंकड़ों के अनुसार हार्ट अटैक से हुई मौतों में 14 फीसद के आसपास महिलाएं हैं। देश में वर्किंग फोर्स यानी नौकरी करने वालों में महिलाओं की हिस्सेदारी कम है। कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि काम के दबाव के कारण पुरुषों में हार्ट अटैक की दर अधिक है व महिलाओं में कम। देशभर में होने वाली आकस्मिक मौतों में 8 फीसद हार्ट से हुई मौतें हैं। ब्लॉगर व डिजिटल मार्केङ्क्षटग से जुड़ी चंचल खुराना का कहना है कि हार्ट अटैक के खतरों को कम करने के लिए हमें तनाव रहित रहना चाहिए।