सिरसा में गोल गप्पे देने में देरी हुई तो ग्राहकों ने दुकानदार, उसके पिता भाई पर कर दिया हमला

दुकानदार का कहना है कि मोटरसाइकिल पर आए तीन युवकों ने उससे कहा कि पहले हमें गोल गप्पे खिला। जिस पर उसने कहा कि इन ग्राहकों को फारिग कर दूं। इसी दौरान एक युवक ने दुकान के आगे रखे बैंच को उठा कर उसके सिर में मार दिया

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:37 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:37 AM (IST)
सिरसा में गोल गप्पे देने में देरी हुई तो ग्राहकों ने दुकानदार, उसके पिता भाई पर कर दिया हमला
सिरसा में महज गोल गप्‍पे देरी से देने पर जानलेवा हमला कर दिया गया

जागरण संवाददाता, सिरसा : सुरतगढ़िया बाजार में स्थित बाबा चाट भंडार नामक दुकान पर शाम के समय गोल गप्पे खाने आए तीन युवकों ने दुकानदार तथा उसके पिता व भाई पर हमला कर घायल कर दिया। दुकानदार का कहना है कि मोटरसाइकिल पर आए तीन युवकों ने उससे कहा कि पहले हमें गोल गप्पे खिला। जिस पर उसने कहा कि इन ग्राहकों को फारिग कर दूं फिर आप को खिला देता हूं। इसी दौरान एक युवक ने दुकान के आगे रखे बैंच को उठा कर उसके सिर में मार दिया जबकि दूसरे ने उस पर कापे से वार किया। उसके पिता व भाई ने बचाने का प्रयास किया तो उन पर भी हमला कर दिया। दुकानदार का आरोप है कि हमलावर युवक दुकान में रखी करीब सात हजार रुपये की नकदी भी चोरी कर ले गए।

पुलिस को दी शिकायत में भारत भूषण ने बताया कि उनकी बाबा चाट भंडार के नाम से दुकान है। शाम के के समय ग्राहक दुकान पर दही भल्ले व गोल गप्पे खाने के लिए आते है। बीती शाम वह पिता दुलीचन्द व छोटे भाई जतिन के साथ दुकान पर था। उसका पिता दुकान के बाहर बैंच पर बैठा था जबकि भाई अंदर काम कर रहा था। वह खुद एक ग्राहक व महिला को गोल गप्पे दे रहा था। इसी दौरान सप्लेंडर मोटरसाइकिल पर तीन युवक आए। उससे कहने लगे कि पहले गोल गप्पे हमे खिलाओ।

तो उसने कहा कि ये जो ग्राहक दुकान पर है उनको फारिग होते ही आपको गोल गप्पे खिला दूंगा। इतना सुनते ही एक युवक ने दुकान से एक बैंच उठाकर उसके सिर पर मार दिया। दूसरे युवक ने कापा निकाल कर उसके नाक पर मारा। जब उसने शोर मचाया तो उसका पिता व भाई उसे छुड़वाने लगे। हमलावर युवकों ने उसके भाई के हाथ पर भी चोट मारी तथा पिता को धक्का दिया। बाद में आस पड़ोस के दुकानदारा इकट्ठा होने पर वे युवक मोटरसाइकिल छोड़कर भाग गए। दुकानदार ने बताया कि जब उसने अपनी गद्दी के पास बोर के नीचे देखा तो वहां रखे सात आठ हजार रुपये नहीं थे। हेड कांस्टेबल अनिल कुमार मामले की जांच कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी