Weather update: शीतलहर से ठिठुरे लोग, फतेहाबाद में खेतों में पाला जमने से जमीन मिली सफेद
हरियाणा में उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने के बाद पाला भी जमना शुरू हो गया है। फतेहाबाद में वीरवार सुबह लोग उठे तो खेतों में तूड़ी व घास पर पाला जमा हुआ नजर आया। धरती सफेद हो गई जैसे रात के समय बर्फ गिरी है।
फतेहाबाद, जेएनएन। पिछले कुछ दिनों से जिलावासियों को धुंध से राहत मिली है। लेकिल उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने के बाद पाला भी जमना शुरू हो गया है। वीरवार सुबह लोग उठे तो खेतों में तूड़ी व घास पर पाला जमा हुआ नजर आया। धरती सफेद हो गई जैसे रात के समय बर्फ गिरी है। सुबह 7 बजे सूरज निकल गया। लेकिन साढ़े 10 बजे तक ठिठुरन बनी रही। धूप निकलने से कमरों के अंदर तो कंपकपी छूट रही थी। जैसे ही धूप की किरणे पड़ रही थी वैसे ही अंदर का तापमान भी कम हो रहा था। वीरवार सुबह पाला जमने के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। अधिकतम तापमान 15 डिग्री व न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है।
मौसम विशेषज्ञों की माने जो पिछले दो तीन दिनों से उत्तर-पश्चिमी हवाएं चल रही है। इस कारण पाला जमने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आने वाले समय में यही स्थिति रहती है तो सरसों की फसल पर इसका बूरा प्रभाव पड़ सकता है। शीतलहर का प्रकोप भी जारी रहा और पाला जम गया। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पाला जमने की यही स्थिति रही तो फसलों को नुकसान हो सकता है।
सुबह से ही चल रही हवा
बेशक पिछले दो दिनों से जिले में धुंध नहीं छाई है। लेकिन ठंड का असर भी कम नहीं हुआ है। यहीं कारण है कि दिनभर लोग धूप में बैठे रहे। दिन के समय में तापमान में बढ़ोतरी अवश्य हो रही है। लेकिन जैसे-जैसे शाम होती जा रही है वैसे ही तापमान में भी गिरावट आ रही है। रात के समय तो इतनी अधिक ठंड होती है कि कमरों के अंदर कंपकपी छूट रही है। वही किसानों को रात के समय फसलों में सिंचाई करना भी मुश्किल हो रहा है। वीरवार सुबह हवा की गति 4 किलोमीटर प्रति घंटा रही। लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ता गया वैसे ही हवा की गति भी बढ़ गई। मौसम विशेषज्ञ खुद मानते है कि सर्दी के मौसम में हवा चलने के बाद अगले दिन पाला जमने की संभावना भी बढ़ जाती है।
ये रखे ध्यान
-घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े अवश्य पहने।
-छोटे बच्चों को घर से बाहर ना निकाले।
-अगर रात के समय किसान सिंचाई कर रहा है तो अलाव अवश्य जलाए।
-सर्दी के मौसम में गर्म वस्तुओं का सेवन करते रहना चाहिए।
-अगर बीमार है तो चिकित्सकों की सलाह अवश्य ले।
------
पिछले दो दिनों से धुंध से राहत मिली है। लेकिन ठंड अभी भी है। वहीं वीरवार को कुछ जगह पाला भी जमा है। ऐसे में किसान अपनी फसलों में सिंचाई करते रहे। अगर पाला जमने की यह स्थित आने वाले दिनों में भी रहती है तो सरसों की फसलों का विशेष ध्यान रखे। यह फसल खराब हो सकती है।
डा. राजेश सिहाग, उपकृषि निदेशक फतेहाबाद।