Weather Update: अफसरों के दावों पर बारिश में तैरता हिसार, सेक्टर से लेकर कालोनी तक में भरा पानी

हिसार के पाश सेक्टर से लेकर कालोनियों तक में तीन से चार फीट तक जलभराव हो गया। शहर की स्थिति ऐसी बन गई मानों शहर तैर रहा हो। हालात ये है कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के आवासीय क्षेत्र अर्बन एस्टेट-टू से लेकर विधायक आवास तक पानी भरा हुआ है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 02:56 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 02:56 PM (IST)
Weather Update: अफसरों के दावों पर बारिश में तैरता हिसार, सेक्टर से लेकर कालोनी तक में भरा पानी
हिसार में भारी बारिश के बाद जलभराव।

जागरण संवाददाता, हिसार। हिसार में बारिश की झड़ी सी लग गई है। अलसुबह से ही बारिश का दौर जारी है। हिसार के पाश सेक्टर से लेकर कालोनियों तक में तीन से चार फीट तक जलभराव हो गया। शहर की स्थिति ऐसी बन गई मानों शहर तैर रहा हो। सीवरेज, ड्रेनेज सब भरे हुए। सड़कों पर जलभराव है। हालात ये है कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के आवासीय क्षेत्र अर्बन एस्टेट-टू से लेकर विधायक आवास के पास सहित विभिन्न कालोनियों में लोगों के घरों के अंदर तक पानी घुस गया। लगातार बारिश के जारी रहने से सड़कों पर कई जगह लोगों के वाहन बंद हो गए। शहर में हर तरफ सरकारी तंत्र के पानी निकासी के दावे फेल नजर आए। बारिश जनता के लिए परेशानी का सबब बनी रही।

घर की छत गिरी

गीता कालोनी में एक मकान की छत बारिश के कारण ढह गई। परिवार से जैसे तैसे बारिश में अपना बचाव किया। इसके अलावा बारिश के कारण ओर भी कई जगह लोगों को अपने घरों में नुकसान होने का डर सता रहा है। यह स्थिति उन क्षेत्रों में अधिक है जिनमें पुराने व जर्जर भवन है। इसमें पुराना शहर का अधिकांश क्षेत्र आता है। उधर नगर निगम प्रशासन ने पूर्व में शहर में जर्जर भवनों का सर्वे करवाकर लिस्ट तैयार करवाई थी लेकिन आज तक उन भवनों को गिराने की कार्रवाई नहीं हुई जिस कारण  उन भवनों के आसपास के लोगों में भी भय का माहौल है।

विधायक के आवास के पास घरों में घूसा पानी

विधायक के घर के पास के निवासी विश्वनाथ ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री तक से कई बार शिकायत कर मेरे क्षेत्र की सीवरेज लाइन दुरुस्त करवाने से लेकर पानी निकासी की व्यवस्था बेहतर करवाने की मांग कर चुका हूं। आज मेेरे घर में करीब तीन-तीन फीट पानी भर गया है। अब समझ नहीं आता कि सीएम जो काम नहीं पाए रहे तो अब किसे शिकायत करके समाधान करवाए। क्योंकि अफसर को नींद में है। कार्रवाई करने वाला उनपर कोई नहीं है। जब विधायक के घर के पास वे समाधान नहीं कर पा रहे तो अंदाजा लगाया जा सकता है शहर के हालात क्या होंगे।

बारिश के कारण इन इलाकों में अधिक जलभराव

शहर की हार्ट लाइन यानि दिल्ली रोड पर जगह जगह जलभराव आम देखा जा सकता है। इसके अलावा पूर्वमंत्री सावित्री जिंदल के घर के पास से लेकर इंडस्ट्रियल एरिये में बढ़े स्तर पर जलभराव।

- कप्तान स्कूल मांग मार्ग

- पटेल नगर व उसके आसपास का क्षेत्र। जलभराव का मुख्य कारण सीवरेज जाम है।

- विधायक आवास के पास प्रेम नगर व प्रीति नगर सहित बालसमंद से घोड़ाफार्म रोड।

- सत्य नगर की मेन सड़क।

- टैक्स से सरकार को जहां से हो रही आय उसी इंडस्ट्रियल एरिये में जलभराव। व्यापारी प्रशासन की लापरवाही का झेल रहे खामियाजा।

- मिलगेट में जिंदल पार्क के पास।

- नई सब्जीमंडी के मैन गेट के सामने जलभराव रहा।

- अनाजमंडी में करीब तीन फीट जलभराव है।

- महावीर स्टेडियम में जलभराव है।

- मिलगेट क्षेत्र, शिव नगर और सूर्य नगर व इन क्षेत्रों के साथ लगते क्षेत्र में बड़े स्तर पर जलभराव है।

- महाबीर कालोनी में जहां मेयर व अफसरों से डिस्पोजल को और उसे दुरुस्त करने के अफसरों को आदेश दिए वहीं सड़क पर करीब चार फीट तक जलभराव था। इस क्षेत्र में पुरानी लाइन ब्लाक है।

- सातरोड में अमृत योजना में करोड़ों रुपये खर्चे पर सीवरेज पानी निकासी इतनी बेहतर है कि गलियां नदी और खाली प्लाट तालाब में परिवर्तित हो गए।

ये भी जानें

पानी निकासी की शहर में ये है सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की व्यवस्था

एसटीपी स्थापित क्षेत्र, एसटीपी की क्षमता, वर्किंग स्थिति

ऋषि नगर, 40 एमएलडी, 35 एमएलडी

डाबडा के पास, 15 एमएलडी, 10 एमएलडी

कैमरी रोड़, 4 एमएलडी, 4 एमएलडी

गंगवा रोड, 15 एमएलडी, 10 एमएलडी

सातरोड क्षेत्र, 8 एमएलडी, ढाई एमएलडी

ड्रेनेज क्षतिग्रस्त

फव्वारा चौक से निगम कार्यालय के सामने से होते हुए ऋषि नगर डिस्पोजल तक पहुंची सीवरेज लाइन अग्रसेन कालोनी व विवेक विहार में दो जगह धंसी हुई है। इस 48 इंची ड्रेनेज से शहर के काफी क्षेत्र का पानी निकासी होता है। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग इसे करीब दो माह में भी पूरी तरह से दुरुस्त नहीं करवा पाया है। जलभराव की यह भी एक अहम वजह है।

इंजीनियरों की प्लानिंग हो रही फेल : शहर में सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम जाम

जुलाई माह में होने वाली मीटिंग में पार्षदों ने माना था कि शहर में सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम इस कदर फेल हो चुका है कि आने वाले करीब एक साल में शहर में सीवरेज सिस्टम तो इतना विकराल रुप धारण कर लेगा कि यह पूरे शहर की परेशानी का सबब होगा। अफसरों ने सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम के लिए काम हीं नहीं किया। जलभराव से पार्षदों के आरोप को बल मिल रहा है।

अफसरों की लापरवाह व सुस्त कार्यप्रणाली

वाटर सप्लाई सीवरेज व ड्रेनेज की सब कमेटी के पार्षद एवं चेयरमैन मनोहर लाल ने बताया कि शहर की सीवरेज व ड्रेनेज व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अफसर कभी गंभीर नजर ही नहीं आए। अफसरों की लापरवाह व सुस्त कार्यप्रणाली का ही परिणाम है कि शहर में हल्की सी बारिश में भी कई स्थानों पर भारी जलभराव हो जाता है। सरकार व जिला प्रशासन जनस्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली संज्ञान लें। लापरवाह व सुस्त अफसरों पर उचित कार्रवाई करें ताकि वे सीवरेज व ड्रेनेज व्यवस्था को बेहतर कर सकें।

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