बहादुरगढ़ में जलजमाव, पानी में डूबकर नौ महीने के बच्चे की मौत, सदमें में मां ने फोड़ा सिर
बहादुरगढ़ में जलजमाव से लोग परेशान है। समस्या से परेशान लोग सड़क जाम करने पहुंच गए। पीछे से इन्हीं में से एक परिवार का नौ माह का बच्चा पानी में डूब गया। इससे रोष और ज्यादा पनप गया। दो घंटे तक आक्रोशित लोगों ने सांखौल-बराही मार्ग पर जाम लगाए रखा।
जागरण संवददाता, बहादुरगढ़। सांखाैल गांव के पास स्थित बस्ती में कई दिनों से हुए जलजमाव काे लेकर यहां पर रह रहे उत्तर प्रदेश मूल के लोग सड़क जाम करने पहुंच गए। पीछे से इन्हीं में से एक परिवार का नौ माह का बच्चा पानी में डूब गया। इससे रोष और ज्यादा पनप गया। दो घंटे तक आक्रोशित लोगों ने सांखौल-बराही मार्ग पर जाम लगाए रखा। इधर, इकलौते बच्चे की मौत से गम में डूबी उसकी मां ने दीवार में टक्कर मार अपना सिर फोड़ लिया। बस्ती से पानी निकासी के लिए वीरवार सुबह तक का अल्टीमेटम दिया गया है। इधर, आक्रोश पनपने के बाद प्रशासन आनन-फानन में तीन पंप लेकर पहुंचा। शाम तक ये चालू नहीं हो पाए थे। दरअसल, सांखौल गांव के पास स्थित इंदिरा कालोनी के पीछे झुग्गी बस्ती है। इनमें उत्तर प्रदेश के परिवार काफी समय से रहते हैं।
झुग्गी बस्तियां पानी में डूबी
पिछले कई दिनों से इंदिरा कालोनी और यह झुग्गी बस्ती पानी में डूबी हुई है। प्रशासन की ओर से यहां पर निकासी के इंतजाम नहीं किए। कई दिनों तक इंतजार करने के बाद बुधवार की दोपहर बस्ती के लोग सांखौल-बराही मार्ग को जाम करने पहुंच गए। पीछे से उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के गांव पनसेड़ी के रहने वाले राहुल का नौ माह का बेटा गोलू झुग्गियों के पास जमा दो फीट से ज्यादा पानी में डूब गया। राहुल की पत्नी उस वक्त कुछ दूर काम कर रही। जब तक गोलू का पानी से निकाला तो वह दम तोड़ चुका था।
जलजमाव को लेकर प्रशासन बना है उदासीन
सांखौल गांव निवासी राजेश कलसन ने बताया कि इंदिरा कालोनी में कई दिनों से पानी जमा हो रहा है। यहां पर पूरी कालोनी डूब चुकी है। बुधवार की सुबह यहां पर केवल एक पंप चालू किया गया। मगर उससे बात नहीं बनी। बाद में जब जाम लगाया गया और इसी बीच एक बच्चे की मौत हाे गई, तब प्रशासन की ओर से यहां पर तीन इंजन पंप भिजवाए गए। हालांकि ये शाम तक चालू नहीं हो पाए। उधर, सेक्टर-छह थाना प्रभारी नर सिंह ने बताया कि बच्चे की पानी में डूबकर मौत की घटना इत्तफाक से हुई। इसको लेकर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
लोगों में भारी आक्रोश
जलजमाव को लेकर लोगों में गुस्सा पहले से था, मगर जब उसी पानी में नौ माह का बच्चा डूब गया तो आक्रोश और बढ़ गया। लोग दो घंटे तक सांखौल-बराही मार्ग से नहीं हटे। बाद में पुलिस के समझाने पर जाम खोला गया। हालांकि लोगों ने कहा कि वीरवार सुबह तक पुख्ता इंतजाम नहीं हुए तो फिर से वे सड़क पर उतरेंगे। इधर, पुलिस ने जाम के दौरान वाहनों को डाइवर्ट किया। मृतक बच्चे का शव सिविल अस्पताल में लाया गया। बेटे की माैत से दुखी मां ने अस्पताल में दीवार से पटककर अपना सिर फोड़ लिया। उसका रो-रोकर बुरा हाल था। गोलू इकलौता बेटा था।