पानी की निकासी के मसले पर नगरपालिका की दोहरी नीति से पानी निकासी की मुहिम को लगा धक्का

संवाद सहयोगीबरवाला नगरपालिका द्वारा बरवाला शहर से सीवरेज के गंदे पानी की निकासी के मस

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Feb 2021 07:24 AM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2021 07:24 AM (IST)
पानी की निकासी के मसले पर नगरपालिका की दोहरी नीति से पानी निकासी की मुहिम को लगा धक्का
पानी की निकासी के मसले पर नगरपालिका की दोहरी नीति से पानी निकासी की मुहिम को लगा धक्का

संवाद सहयोगी,बरवाला : नगरपालिका द्वारा बरवाला शहर से सीवरेज के गंदे पानी की निकासी के मसले पर दोहरी नीति अपनाए जाने से पानी निकासी की इस मुहिम को धक्का लगा है। इस कार्य को अतिशीघ्र कराने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा टेंडर भी अलाट कर दिए गए। परंतु नगरपालिका की दोगली नीति इस विकास के कार्य में रूकावट बन गई है। अब हालत यह है कि बरवाला शहर से सीवरेज के पानी की निकासी की समस्या एक गंभीर रूप धारण कर गई है। इसी गंभीर मुद्दे को लेकर बरवाला शहर के अनेक लोग आज किसान विश्राम गृह में विधायक जोगीराम सिहाग से भी मिले। उन्होंने विधायक को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह अनिश्चतकालीन धरना देने पर मजबूर होंगे। वहीं इस मुद्दे पर विधायक जोगीराम सिहाग ने कहा कि जन स्वास्थ्य विभाग को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बरवाला के पानी को स्टोर करने के लिए गुराना रोड पर जमीन दी गई थी। उस जमीन पर मिलीभगत के चलते गेहूं की फसल उगा ली गई। इसलिए विभाग को आरोपित लोगों व मिलीभगत करने वाले अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ढाणी गारण रोड पर जन स्वास्थ्य विभाग के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर पानी को स्टोर करने के लिए जगह ही नहीं है। इसी गंभीर समस्या के समाधान के लिए ही गुराना रोड पर जमीन दी गई थी। परंतु मिलीभगत के चलते वह जमीन खेती के लिए दे दी गई। इस संदर्भ में संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए। इधर बरवाला नगर पालिका के पार्षद जगदीश गुलाटी और सुशील आनंद ने कहा कि शहर में जगह जगह पर गंदा पानी भरा हुआ है। इसका तुरंत प्रभाव से समाधान किया जाना चाहिए। उन्होंने विधायक जोगीराम सिहाग से मांग की कि इस मामले में जो भी दोषी अधिकारी है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए।

जन स्वास्थ्य विभाग के उपमंडल अभियंता ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया

इधर बरवाला जन स्वास्थ्य विभाग के उपमंडल अभियंता ने भी कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है उन्होंने नगरपालिका सचिव को एक पत्र लिखा है। जिसमें तालाबों के लिए दी गई भूमि को खाली करवाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि गुराना रोड पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी स्टोर करने के लिए जो जमीन दी गई थी। उसे अति शीघ्र खाली करवाया जाए। क्योंकि यहां पर उपरोक्त कार्य करने के लिए टेंडर प्रमुख अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग पंचकूला द्वारा टेंडर अलाट कर दिया गया है। परंतु वहां पर फसल की बिजाई की हुई है। इसलिए उपरोक्त जमीन को अति शीघ्र खाली करवाकर इस कार्यालय को दी जाए ताकि बरवाला शहर से गंदे पानी की निकासी के लिए टैंक बनवा कर बरवाला शहर में जलभराव व सीवरेज की समस्या का समाधान किया जा सके।

नगरपालिका के दोहरे चरित्र की पोल खुली

गौरतलब है कि नगर पालिका ने एक तरफ तो गुराना रोड की भूमि पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के वाटर टैंक बनाने के लिए यह भूमि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को देने का प्रस्ताव पारित कर दिया। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने यहां टेंडर आदि देकर तैयारी भी कर दी। परंतु नगर पालिका ने दोहरी भूमिका अदा करते हुए इस भूमि को कृषि कार्य के लिए भी दे दिया। ऐसे में नगरपालिका का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। इस बारे में जन स्वास्थ्य विभाग और विधायक सिहाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए नगरपालिका बरवाला को आड़े हाथों भी लिया था।

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