आदर्श नगर में पुलिस की तैनाती के बीच शुरू हुआ वाटर डिस्पोजल का काम
शहर की वीवर्स कालोनी और आदर्श नगर में पानी वाटर डिस्पोजल लगाया गया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर की वीवर्स कालोनी और आदर्श नगर में पानी निकासी को लेकर चले आ रहे विवाद के समाधान के लिए नगर निगम ने प्रयास किया है। मंगलवार दोपहर को वार्ड 23 स्थित आदर्श नगर में वाटर डिस्पोजल का काम शुरू कराने के लिए नगर निगम के अधिकारी, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अमले को देख वीवर्स कालोनी की कुछ महिलाएं वाटर डिस्पोजल निर्माण के विरोध में उतर आई। महिलाओं ने कर्मचारियों को खरी खोटी सुना काम रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस बल के सामने उनका विरोध टिक नहीं पाया और महिला पुलिस कर्मियों ने उनको दूर कर दिया। इसके बाद जेसीबी से पार्क के पास बनी बिल्डिग के हिस्से को हटाने का काम शुरू हुआ। प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार अनिल कौशिक को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट भेजा गया।
गौरतलब है कि नगर निगम के वार्ड 23 स्थित आदर्श नगर और वीवर्स कालोनी के बीच बरसाती पानी की निकासी को लेकर पिछले कई साल से विवाद चला आ रहा है। बारिश होने पर आदर्श नगर में जलभराव की गंभीर समस्या पैदा हो जाती है। इसी विवाद में दोनों कालोनियों के बीच तीन फीट की एक पुलिया बनी हुई है। इस कारण आदर्श नगर का पानी वीवर्स कालोनी के जरिए नहीं निकल सकता। ऐसे में आदर्श कालोनी के लोगों ने स्थानीय प्रशासन के अलावा संबंधित विभाग के मंत्री तक को मामले की शिकायत की थी। इसके बाद नगर निगम के अधिकारी हरकत में आए और निकासी व्यवस्था के समाधान को लेकर प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। प्रोजेक्ट का काफी काम पूरा भी हो चुका है। लेकिन वाटर डिस्पोजल लगाया जाना बाकी है। ताकि बरसाती पानी को एसटीपी तक पहुंचाया जा सके।
48 लाख का है प्रोजेक्ट
ठेकेदार के मुताबिक दो साल से यहां समस्या है। इस प्रोजेक्ट पर 48 लाख रुपये की लागत आएगी। निकासी को लेकर पाइप लाइन डाली जा चुकी है। अब ये वाटर डिस्पोजल बनना है। यहां एक जेनरेटर आएगा और आटोमैटिक सिस्टम की मोटर भी लगेंगी। प्रोजेक्ट के पूरा होने पर जलभराव की समस्या खत्म होगी। लेकिन कुछ लोग विरोध करने से मान नहीं रहे हैं।
शाम तक चलता रहा काम
शुरुआत में कुछ महिलाएं विरोध में उतर आईं। लेकिन पुलिस की सख्ती के सामने उनका विरोध काम नहीं आया। वो शांत हुई तो जेसीबी मशीन को बुलाया गया। पार्क के कोने में वर्ष 1989 में बनी बिल्डिग के कुछ हिस्से को गिराया गया। यहां वाटर डिस्पोजल बनना है। शाम पांच बजे तक पुलिस बल की मौजूदगी में वहां काम होता रहा। थोड़ा बहुत विरोध होता है
ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार अनिल कौशिक ने बताया कि आदर्श नगर में पानी निकासी को लेकर वाटर डिस्पोजल बनना है। जहां शुरूआत में कुछ महिलाओं ने विरोध जताया, लेकिन पुलिस कर्मियों के समझाने पर वो शांत होकर घर चली गई। इसके बाद काम चलता रहा।