ट्रैक्टर मार्च को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पर टिकी निगाहें, किसान मनाएंगे महिला दिवस

कृषि कानूनों के विराेध में 26 जनवरी को निकाले जाने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर सभी की निगाह टिकी हुई हैं। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने साफ कर दिया है कि किसान बैठक में कानूनों के संशोधन के प्रस्तावों पर विचार-विमर्श करके आएं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 10:29 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 10:29 AM (IST)
ट्रैक्टर मार्च को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पर टिकी निगाहें, किसान मनाएंगे महिला दिवस
कोर्ट के फैसले के बाद ही यह सुनिश्चित हो सकेगा कि आखिर किसान क्‍या कदम उठाएंगे

बहादुरगढ़, जेएनएन। किसान आंदोलन का 54वां दिन है। किसानों अब भी अपनी मांगों पर अडिग हैं। सरकार के साथ तीनों कृषि कानूनों को लेकर आज बैठक भी होगी। दसवें दौर की इस वार्ता के साथ 26 जनवरी को निकाले जाने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर सभी की निगाह टिकी हुई हैं। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने साफ कर दिया है कि किसान बैठक में कानूनों के संशोधन के प्रस्तावों पर विचार-विमर्श करके आएं। वहीं किसानों ने बैठक से एक दिन पहले ट्रैक्टर मार्च का रूट तय करके जता दिया है कि उनका रुख भी तीनों कृषि कानूनों को रद कराने के लिए पूरी तरह स्पष्ट है।

ऐसे में बैठक में होने वाली बातचीत पर अब न तो किसानों को और न ही आम जनता को खासी उम्मीद है। उधर, सुप्रीम कोर्ट में भी आज सुनवाई होनी है। ट्रैक्टर मार्च पर रोक लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की थी। यह सुनवाई आज दोपहर को होगी। सुनवाई से पहले किसानों ने ट्रैक्टर मार्च का पूरा प्लान जारी कर दिया गया है। दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर किसान शांतिपूर्वक ढंक से ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। उधर, किसानों की ओर से आज महिला किसान दिवस मनाया जा रहा है।

इसमें महिलाओं की ओर से ही मंच संभाला जा रहा है और भारी संख्या में महिलाएं आसपास के गांव से और पंजाब के क्षेत्र से धरना स्थल पर पहुंचना शुरू हो गई हैं। पंजाब की कलाकार सोनिया मान की ओर से महिला किसान दिवस पर क्षेत्र की और पंजाब की महिलाओं से आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया गया था। साथ ही मंगलवार को किसानों की ओर से परेड रिहर्सल की जाएगी।

इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अगर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ट्रैक्टर मार्च पर रोक लगाई जाती है तो किसानों का रुख इस बारे में क्या होगा इस पर भी कोर्ट का फैसला आने के बाद किसान बैठक करके अपनी रणनीति बनाएंगे। अगर कोर्ट मार्च को रोक नहीं लगाती है तो दिल्ली पुलिस और सरकार की रणनीति क्या होगी इस पर किसानों की ओर से नजर रखी जाएंगी।

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