रोहतक में 13 साइटों पर 25 जनवरी को होगा वैक्सीनेशन, 1600 कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य

रोहतक में सोमवार को कोविशील्ड की दूसरी खेप भी स्वास्थ्य विभाग के यहां पहुंचेगी। 14970 डोज देर शाम तक पहुंचेगी। पहली खेप 10950 डोज की मिली थी। अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास 12800 हेल्थ वर्कर्स पंजीकृत हो चुके हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 05:39 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 05:39 PM (IST)
रोहतक में 13 साइटों पर 25 जनवरी को होगा वैक्सीनेशन, 1600 कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
कोरोना वैक्‍सीन के प्रति रोहतक में कम उत्‍साह नजर आया है, इसे बढ़ाने का प्रयास जारी है

रोहतक, जेएनएन। रोहतक जिले में 25 जनवरी को मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव चलेगा। 1600 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सोमवार को कोविशील्ड की दूसरी खेप भी स्वास्थ्य विभाग में पहुंचेगी। 14970 डोज देर शाम तक पहुंचेगी। पहली खेप 10950 डोज की मिली थी। अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास 12800 हेल्थ वर्कर्स पंजीकृत हो चुके हैं। पोस्ट ग्रोजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीजीआइएमएस) के निदेशक डा. रोहताश यादव ने कम्युनिटी मेडिसिन व अन्य विभाग के चिकित्सकों की बैठक ली।

जिसमें संस्थान के हेल्थ वकर्स को वैक्सीनेशन ड्राइव में शामिल होने के लिए जागरूक किया गया। सुश्रुत ऑडिटोरियम में हुई बैठक में उन्होंने कहा कि संस्थान विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। कोरोना महामारी से निजात के लिए अब वैक्सीनेशन प्रक्रिया में भी अग्रणी भूमिका निभाएंगे। सभी वैक्सीनेशन प्रक्रिया में बढ़ चढ़कर भाग लें। 25 जनवरी को होने वाले वैक्सीनेशन में स्वेच्छा से पहुंचे व वैक्सीनेशन कराएं। कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. रमेश वर्मा ने बताया कि सोमवार को जिले में 1600 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का टारगेट है। इस दिन पूरे प्रदेश में 30 हजार लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जानी है।

नर्सिंग सुपरिन्डेंट ने कोविड के पीक के दौरान अनुभव बताए

पीजीआइएमएस के नर्सिंग सुपरीडेंट ईशवंती मलिक की आंखें नम हो गई। वह कोविड के पीक के दौरान अपनी ड्यूटी के अनुभव साझा कर रही थी। उन्होंने बताया कि वह स्वयं कोरोना संक्रमित हो गई थी। तबीयत खराब होने के दो दिन बाद टेस्ट कराया। रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो बूढ़ी मां व अन्य स्वजनों की चिंता में पूरी रात सो नहीं पाई। परिवार से 15 दिनों तक दूर रहने उनके लिए वनवास जैसा रहा। अब वैक्सीन आने से राहत मिली है। जल्द ही महामारी से छुटकारा मिल जाएगा।

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