अनूठी पहल : दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे की तर्ज पर रोहतक में सस्ते दामों पर मिलेंगी दवाएं

ट्रस्ट के चेयरमैन सुमित भ्याना ने बताया कि कई माह पहले मैंने एक वीडियो देखा था। जिसमें बंगला साहिब गुरुद्वारा दिल्ली की तरफ से सस्ती दरों पर दवाएं मुहैया कराने की जानकारी मिली। उसके बाद गुरुद्वारा प्रबंधन से बातचीत की। अब यहां भी ऐसा ही किया जाएगा।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 01:36 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 01:36 PM (IST)
अनूठी पहल : दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे की तर्ज पर रोहतक में सस्ते दामों पर मिलेंगी दवाएं
रोहतक के मॉडल टाउन स्थित गुरुद्वारे में दवाओं की दुकान खोलने की तैयारी, न्यूनतम दामों में मिलेंगी दवाएं

रोहतक [अरुण शर्मा] जरुरतमंदों को सस्ती दरों पर दवाएं मुहैया कराने की नई पहल शुरू होने वाली है। कुछ दिनों के अंदर ही श्री राम सरन दास भ्याना मेमोरियल ट्रस्ट गरीबों के लिए नई पहल शुरू करेगा। सेक्टर-1 की इस संस्था ने गरीबों को बेहद सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने की योजना तय की है। मॉडल टाउन स्थित गुरुद्वारे में सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए दवाओं की दुकान खोली जाएगी। दूसरी ओर, इसी गुरुद्वारे में हर रविवार लंगर लगाया जाएगा। हालांकि कोविड-2019 के मामले थमने के बाद ही लंगर सेवा शुरू की जाएगी।

ट्रस्ट के चेयरमैन सुमित भ्याना ने बताया कि कई माह पहले मैंने एक वीडियो देखा था। जिसमें बंगला साहिब गुरुद्वारा दिल्ली की तरफ से सस्ती दरों पर दवाएं मुहैया कराने की जानकारी मिली। उसके बाद गुरुद्वारा प्रबंधन से बातचीत की। वहां के प्रबंधन के साथ बातचीत हो चुकी है और वह जानकारी देने के लिए तैयार हैं कि कैसे योजना पर अमल हो। किस तरह लोगों को सस्ती दरों पर दवाएं मुहैया करा सकते हैं।

अगले माह फिर से इसी प्रकरण में बंगला साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन के साथ बातचीत होगी। इन्होंने बताया कि सस्ती दवाएं मुहैया कराने में सबसे बड़ी अड़चन कोविड के कारण आ रहीं हैं। इन्होंने यह भी बताया कि कुछ दूसरे स्थानों पर भी इसी तरह की पहल चल रहीं हैं। उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। लंगर सेवा को लेकर प्रशासन को बता दिया है। लिखित में अनुमति मिलते ही लंगर सेवा शुरू होगी।

संस्था ने टीकाकरण अभियान में निभाई बड़ी भूमिका

रोहतक के सेक्टर-1 स्थित श्री राम सरन दास भ्याना मेमोरियल ट्रस्ट सेवा के कार्य के लिए अनूठी पहल कर रहे हैं। अभी तक 25 कैंप लगाकर 1277 लोगों के टीके लगवाए। इन्होंने जिन बुजुर्गों और बीमार लोगों के आवागमन का इंतजाम नहीं वहां एंबुलेंस या फिर कार भेजते हैं। इसका फायदा यह हो रहा है कि लोगों को आने-जाने की असुविधा दूर हुई। सुमित कहते हैं कि तमाम बुजुर्गों ने शुरूआत में खुद की समस्या आवागमन का इंतजाम न होने की बताई थी। इसलिए वाहन भेजने की भी सुविधा शुरू कर दी।

ट्रस्ट के चेयरमैन सुमित भ्याना के पिता राम सरनदास भ्याना का 19 फरवरी 2019 में हार्ट अटैक से निधन हो गया था। इस वजह से दो साल पहले ट्रस्ट का गठन करते हुए घरों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की सेवा का संकल्प लिया। अभी तक शहर की 37 कालोनियों और सेक्टरों के 1828 सदस्य जुड़ गए हैं। इनमें ज्यादातर बुजुर्ग बीमार, चलने फिर में सक्षम नहीं हैं। फिलहाल चार एंबुलेंस, दो कार और 25 सेवादार 24 घंटे बुजुर्गों की सेवा में जुटे रहते हैं।

शुरूआत में थे 250 बुजुर्ग, अब बना भरा-पूरा परिवार

सुमित ने घरों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की सेवा करने की ठानी है। शुरूआत में 250 तक बुजुर्ग जुड़े। अब सुमित कहते हैं कि मेरे 1828 माता-पिता हैं। घरों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों का जन्मदिन पौधे देकर बनाने से लेकर खेल, योग, प्राणायाम तक के इंतजाम किए हैं। जल्द पूरे शहर में मुफ्त एंबुलेंस सेवा शुरू होगी।

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