दो टेंडर पहले से लटके हैं, अब जारी किया नालों की सफाई का टेंडर
संवाद सहयोगी हांसी नगर परिषद शहर को जल्द साफ-सुथरा बनाने के किए गए दावों के बाद भी
संवाद सहयोगी, हांसी : नगर परिषद शहर को जल्द साफ-सुथरा बनाने के किए गए दावों के बाद भी गंभीर नहीं है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन और शहर के कूड़े को ढंढूर के डंपिग स्टेशन पर भेजे जाने के लिए टेंडर आमंत्रित करने के एक महीने बाद भी टेंडर खोले जाने पर ठेकेदारों को वर्क आर्डर नहीं दिया गया और शुक्रवार को नगर परिषद ने बरसात में पानी की निकासी सुचारु करने का हवाला देते हुए नालों की सफाई का एक और टेंडर जारी कर दिया। नालों की सफाई के लिए 20 लाख रुपये अनुमानित लागत निर्धारित की गई है और नगर परिषद में खुलेआम हो रही लूट व भ्रष्टाचार को लेकर बगावती तेवर दिखाने वाले विरोधी गुट के पार्षद भी अब भीगी बिल्ली बने हुए हैं। वार्ड नंबर 18 के पार्षद प्रतिनिधि सीमांत चौधरी ने 20 लाख रुपये से नालों की सफाई के जारी किये गए टेंडर का विरोध करते हुए एसडीएम को सुझाव दिया कि डीसी रेट पर कर्मचारी लगाकर यदि नालों की सफाई करवाई जाए तो इसकी लागत केवल करीब दो लाख रुपये आएगी और नगर परिषद में खुलेआम लूट हो रही है। पानी की निकासी के नालों की सफाई के लिए 20 लाख रुपये का टेंडर आमंत्रित किया गया है।
इससे पहले नगर परिषद ने शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं व लोगो के भारी विरोध के चलते डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने और शहर की सड़कों की सफाई के दिए गए टेंडर को कैंसिल कर दिया था। जिला उपायुक्त की कड़ी फटकार के बाद एसडीएम वीरेंद्र सहरावत को हांसी नगर परिषद की व्यवस्था को पटरी पर लाने के आदेश दिए थे। टैंडर कैंसिल करने के बाद 13 जून को नगर परिषद ने नये टैंडर आमंत्रित किये और अधिकारियों की आपसी खींचतान के बाद निर्धारित समय से कई दिनों बाद टैंडर तो खोल दिया गया लेकिन ईओ और सफाई निरीक्षक द्वारा वर्क आर्डर जारी न कर इसे मंजूरी के लिए पंचकूला मुख्यालय में भेज दिया गया। मंजूरी न आने पर ये टेंडर आज भी अटका हुआ है और शहर की सड़कें व घरों के आगे कूड़े के ढेर जमा हैं। सफाई व्यवस्था को लेकर शहर की स्थिति बेकाबू होते देख एसडीएम के निर्दश पर शहर का तमाम कूड़ा ढंढूर डंपिग स्टेशन पर भेजे जाने के लिए नए टेंडर आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया। आनन-फानन में टैंडर आमंत्रित किये गए और एक सप्ताह में टेंडर खोल दिये गए लेकिन आज तक इस टेंडर का भी वर्क आर्डर जारी नहीं हुआ। शहर के हालात ये है कि कूड़े का उठान न होने से कचरा प्वाइंटों पर कूड़े के ढेर लगे हैं और सड़कों पर पॉलीथिन बिखरे पड़े हैं। अब नगर परिषद ने एक नया टेंडर जारी किया है जिसमें नालों की सफाई की शर्तें निर्धारित हैं जो खुलने से पहले ही विवादों में आ गया है।