राेहतक के एक ही गांव के दो खिलाड़ियों ने पोलैंड में बरसाए मुक्के, पदक किए पक्के

पोलैंड में चल रही यूथ वर्ल्‍ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रोहतक के रिठाल गांव के अंकित नरवाल व गीतिका नरवाल भाग ले रहे हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने क्वार्टर फाइनल में शानदार जीत दर्ज करके पदक पक्के किए हैं। गांव में खुशी की लहर है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 08:32 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 08:32 AM (IST)
राेहतक के एक ही गांव के दो खिलाड़ियों ने पोलैंड में बरसाए मुक्के, पदक किए पक्के
यूथ वर्ल्‍ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रिठाल गांव के अंकित व गीतिका नरवाल भाग ले रहे हैं

रोहतक [रतन चंदेल] रोहतक के मुक्केबाज पोलैंड में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे है। यहां के एक की गांव के दो खिलाड़ियों ने प्रतिद्वंद्वियों पर अपने मुक्कों के जबरदस्त प्रहार कर पदक पक्के कर लिए हैं।  पोलैंड में चल रही यूथ वर्ल्‍ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रोहतक के रिठाल गांव के अंकित नरवाल व गीतिका नरवाल भाग ले रहे हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने क्वार्टर फाइनल में शानदार जीत दर्ज करके पदक पक्के किए हैं। उनके इस प्रदर्शन से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। खिलाड़ियों की प्रतिभा को देखते हुए अब उनसे सेमिफाइनल व फाइनल में पदक का रंग बदलने की उम्मीद बढ़ गई है। रोहतक के गांव रिठाल निवासी गीतिका नरवाल ने 48 किग्रा वर्ग में रोमानिया की एलिजाबेथ ओस्टर को आसानी से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।

जबकि अंकित नरवाल ने 64 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते हुए सेमिफाइनल में जगह बनाई है। रिठाल गांव की गीतिका की जीत पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी ट्वीट करके बधाई दी है। आधिकारिक ट्वीटर पर दैनिक जागरण की खबर को भी पोस्ट किया है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री प्रदेश के खिलाड़ियों को ट्वीट करके बधाई दे चुके हैं। उधर, हरियाणा बाक्सिंग संघ के प्रवक्ता राजनारायण पंघाल ने भी खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना की है। ग्रामीण सुनील कुमार, भीम व सूरज प्रकाश ने बताया कि दोनों ही खिलाड़ियों ने अपने गांव से ही मुक्केबाजी की शुरुआत की थी।

गीतिका जीत चुकी है अनेक मेडल :

गीतिका ने 2012 में गांव में ही बॉक्सिंग की शुरुआत की थी। उन्होंने 2015 में उन्होंने सब जूनियर वुमैन हरियाणा स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। उसके बाद उन्होंने इन्हीं प्रतियोगिताओं में दो बार और भी गोल्ड मेडल जीते। अंडर-19 स्कूल खेलों में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता। वहीं, खेलो इंडिया मुकाबले में भी उन्होंने सिल्वर मेडल जीता। इसी साल उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर भी सिल्वर मेडल जीता है।

अंकित ने गांव से की थी शुरुआत :

अंकित ने 2010 में मुक्केबाजी करना शुरू किया था। उनके पिता साहब सिंह से ही उन्होंने बॉक्सिंग का ककहरा सीखा है। वे पांच बार नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। खेलों इंडिया में भी तीन बार गोल्ड मेडल जीते हैं। 2017 में हुई एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता जबकि 2019 में यूथ एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। अंकित अब शहर में रह रहे हैं।

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