तुलसी का पौधा कलह और दरिद्रता का नाश करता है: अनिल
फोटो 21 - कुटुंब प्रबोधन गतिविधि हिसार ने भारत माता मंदिर में मनाया तुलसी पूजन दिवस जागरण्
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- कुटुंब प्रबोधन गतिविधि हिसार ने भारत माता मंदिर में मनाया तुलसी पूजन दिवस
जागरण संवाददाता, हिसार : तुलसी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को डीसी कालोनी स्थित भारत माता मंदिर में तुलसी पूजन किया गया। आचार्य संतोष शास्त्री ने मंत्रोच्चारण कर हवन कुंड में श्रद्धालुओं की आहुति डलवाई। मुख्य यजमान में राजेंद्र गुप्ता, डा. सुरेश, रजिस्ट्रार, डॉ. बलदेव कंबोज रहे। कुटुंब प्रबोधन के जिला संयोजक भारत भूषण, सह जिला संयोजक सुरेश अग्रवाल, जिला महिला प्रमुख गुरप्रीत सैनी, जिला पालक डा. नवीन रहे। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिसार विभाग के प्रचार अनिल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में तुलसी के पौधे का खासा महत्व है। जिस घर में यह पवित्र पौधा नहीं होता, वहां भगवान भी रहना पसंद नहीं करते। यह मन और तन दोनों को स्वच्छ रखता है। तुलसी केवल हमारी आस्था का ही प्रतीक नहीं है, वरन अपने बहुगुणों के चलते यह आयुर्वेद में सर्वाेपरि माना गया है। तुलसी के पत्तों को कभी चबाना नहीं चाहिए। यह हमारे रक्तकणों की वृद्धि के साथ-साथ ब्रह्नमचार्य की रक्षा करता है। समारोह में रोहित शर्मा, गुजवि के पूर्व रजिस्ट्रार हरभजन बंसल, रणबीर, सतीश, रामफल शर्मा, राजेंद्र लोहान, वकील अमृत सागर, संजय वर्मा, सुमन वर्मा, विवेक पाठक, कृष्णा गुलाटी, नित्या, चंचल आदि मौजूद थे!
आचार्य संतोष शास्त्री ने तुलसी से होने वाले लाभ गिनवाए
- लीवर संबंधी समस्या में तुलसी की 10 पत्तियों को गर्म पानी से सेवन करना लाभदायक है।
- पाचन संबंधी समस्याएं, गैस बनना आदि में तुलसी के पत्तियों को उबालकर काढे़ में चुटकी भर सेंधा नमक डालकर पीना चाहिए।
- बुखार आने पर तुलसी और इलायची का काढ़ा बना लें तथा दिन में 2 से 3 बार लें।
- खांसी, जुकाम में तुलसी के साथ अदरक से खासा फायदा मिलता है।
- श्वास समस्या में तुलसी के साथ शहद, अदरक के काढ़े से लाभ होता है।