रोहतक में जापान की तर्ज पर ऊपर चलेंगी ट्रेन, चार क्रॉसिंग से बिना जाम में फंसे गुजरेंगे वाहन
जापान की तर्ज पर दोहरे ट्रैक के ऊपर से रेल गाड़ियां गुजरेंगी जबकि नीचे चार रेलवे क्रॉसिंग से वाहन गुजरेंगे। करीब 350 करोड़ की इस योजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी है। रोहतक-गोहाना-पानीपत रेलवे लाइन पर रेलवे एलिवेटेड रोड का कार्य करीब 90 फीसद हो चुका।
रोहतक [अरुण शर्मा] ड्रीम प्रोजेक्ट रेलवे एलिवेटेड ट्रैक पर ट्रेन का संचालन फरवरी से होने के आसार हैं। जापान की तर्ज पर दोहरे ट्रैक पर ऊपर से रेल गाड़ियां गुजरेंगी, जबकि नीचे चार रेलवे क्रॉसिंग से वाहन गुजरेंगे। करीब 350 करोड़ की इस योजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी है।
रोहतक-गोहाना-पानीपत रेलवे लाइन पर रेलवे एलिवेटेड रोड का कार्य करीब 90 फीसद हो चुका है। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता (एसई) प्रदीप रंजन ने बताय कि पटरी का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अब एलिवेटेड ट्रैक पर इलेक्ट्रिफिकेशन, सिग्नल के साथ ही फिनिशिंग का कार्य कराया जा रहा है। हाईटेंशन तारों की ऊंचाई बढ़ाने का कार्य भी जल्द पूरा होगा।
बीते साल 19 अगस्त को ट्रायल के दौरान 21 डिब्बों वाली मालगाड़ी ट्रैक से गुजरी। वहीं, रेलवे एलिटेड के निर्माण के बाद सेक्टर-6 में राजीव गांधी स्टेडियम के सामने सेक्टर-5/6 वाली क्रॉसिंग, बजरंग भवन, सोनीपत रोड, न्यू बस अड्डे वाला रोड की रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। योजना को 2017 में मंजूरी मिली थी और 2018 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था।
20 करोड़ की लागत से दो सड़कों का होगा निर्माण
एलिवेटेड ट्रैक के चालू होने के बाद पुरानी रेल पटरियों को हटाया जाएगा। दोनों तरफ 20 करोड़ की लागत से नई सड़क का निर्माण होगा। सेक्टर-6 स्थित रेलवे ओवर ब्रिज सक नया बस अड्डा रोड, सोनीपत रोड, बजरंग भवन, गांधी कैंप, डबल फाटक से काठ मंडी से रेलवे स्टेशन तक छह किमी सड़क का निर्माण होगा। सड़क 24 फीट चौड़ी और तीन-तीन फीट दोनों तरफ फुटपाथ होंगे। दूसरी सड़क बजरंग भवन फाटक से डबल फाटक तक 21 फीट चौड़ी सड़क निर्मित होगी।
पांच पार्क व चार पार्किंग का भी प्रस्ताव
पांच पार्क और चार स्थानों पर भी पार्किंग का भी प्रस्ताव है। एलिवेटेड ट्रैक पर करीब 315 करोड़ खर्च होने हैं, जबकि शेष रकम सड़क, पार्क, पार्किंग आदि कार्यों पर खर्च होगी। रेलवे लाइन के सहारे रहने वालों के आवागमन के लिए बजरंग भवन से गांधी कैंप तक 10 रास्ते हैं। सेक्टर-6 की तरफ करीब 25 रास्ते हैं।
---हरियाणा में संभवत: अपने आप में इस तरह का यह पहला प्रोजेक्ट है। एलिवेटेड ट्रैक के निर्माण से शहर को चार रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। दो अन्य सड़कों का निर्माण होने से भी शहरी जनता को आवागमन के लिए अतिरिक्त मार्ग मिलेंगे।
प्रदीप रंजन, एसई, पीडब्ल्यूडी