भिवानी के तोशाम में ओवरब्रिज के निर्माण पर संकट के बादल, पहले कोरोना, अब बारिश ने लगाया ग्रहण
भिवानी के तोशाम बाईपास पर 16 करोड़ से ओवरब्रिज बनाया जाना है। पहले कोरोना और अब बारिश के कारण काम में देरी हो रही है। इस बाईपास से राजस्थान से आने वाले लंबी दूरी के वाहन चालकों को फायदा होता था।
भिवानी, जेएनएन। तोशाम बाईपास शहर का सबसे पुराना बाईपास है। इस पर रोजाना करीब दस हजार वाहन गुजरते हैं। सालों से इस मार्ग की हालत खस्ता होने पर 16 करोड़ रुपये के बजट से ओवरब्रिज बनाए जाने का प्लान तैयार किया गया।
अब कोरोना काल में ही इस मार्ग पर ओवरब्रिज बनाए जाने का काम शुरू कर दिया गया है, लेकिन काम शुरू होने के कुछ दिन बाद ही बारिश के आगमन ने ओवरब्रिज का निर्माण कार्य धीमा कर दिया है। अब यह ओवरब्रिज देरी से बनने की संभावना है तो यहां से गुजरने वाले हजारों वाहनों को परेशानी हो रही है। हांसी, हिसार, जींद फतेहाबाद से आने-जाने वाले वाहन सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। इन वाहनों को डायर्वट किया जा रहा है, लेकिन वाहन चालकों को रास्ते का पता ना होने पर भटक जाते है।
इन जिलों के लोगों को था फायदा
भिवानी के तोशाम बाईपास से दादरी, रोहतक, रेवाड़ी से आने वाले वाहनों का दबाव रहता था। यह बाईपास खासकर राजस्थान से आने वाले लंबी दूरी के वाहनों के लिए सरल बना हुआ था। पिछले कुछ सालों से मार्ग की हालत खस्ता होने व खरकड़ी रेलवे फाटक अकसर बंद रहने से इस मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रहती थी। जिससे निजात दिलाने के सरकार ने करीब 16 करोड़ रुपये का बजट पास कर इस मार्ग पर ओवरब्रिज बनाए जाने का प्रस्ताव पास किया था।
पहले कोरोना, अब बारिश ने खड़ी की परेशानी
कोरोना के कारण पहले तो एक साल तक इसका काम शुरू नहीं हो पाया। अब काम शुरू हुआ है तो बारिश ने परेशानी खड़ी कर दी है। इस मार्ग से आने-जाने वाले वाहनों को अब शहर से होकर जाना पड़ रहा है। दिन के समय इन वाहनों का अधिक परेशानी होती है। रात के समय शहर के सरकुलर रोड पर भीड़ कम होने के कारण मामूली राहत जरूर मिलती है। अब मानसून बारिश तेज होने के आसार है। जिसके बाद ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य काफी धीमा हो गया है।
इन शहरों में जाने वाले वाहन चालकों के लिए खड़ी हुई परेशानी
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