Tokyo Olympics: बॉक्सर पूजा मैच हारीं पर खेल प्रेमियों के जीते दिल, पिता ने फोन पर कह दी बड़ी बात
Tokyo Olympics में भिवानी की बॉक्सर पूजा बोहरा का अभियान भी समाप्त हो गया है। चीनी मुक्केबाज का अनुभव उन पर भारी पड़ा। आधा घंटा पहले ही परिवार वाले टीवी पर बैठ गए। हार के बाद पिता ने फोन किया। कहा कि हार-जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं।
सुरेश मेहरा, भिवानी। वाह पूजा बेटा आप भले जीत नहीं सकी। पर बढ़िया खेल से प्रेमियों का दिल जीत लिया। कोई बात नहीं खेल में जीत या हार दो पहलू होते हैं। आने वाले समय में और ज्यादा अच्छा करेंगी। टोक्यो ओलिंपिक का यह अनुभव आपको और मजबूत बनाने का काम करेगा। मैच समाप्त होने के बाद पूजा के पापा राजबीर सिंह के मुंह से ही यही निकला।
टोक्यो ओलंपिक में 75 किलो भार वर्ग में पूजा रानी बोहरा का यह दूसरा मुकाबला था। चीनी मुक्केबाज इस क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पूजा से पांच शून्य से आगे रही। खेल प्रेमियों को भरोसा था कि पूजा पदक पक्का करने में कामयाब होगी। लेकिन, ऐसा हो नहीं पाया। हालांकि पूजा ने अपनी तरफ से बेस्ट दिया। चीनी मुक्केबाज अनुभव और तकनीक के हिसाब से पूजा से तीनों राउंड में इक्कीस नजर आई।
पहले मुकाबले में पूजा पांच शून्य से जीती थी
पूजारानी का पहला मुुकाबला शानदार रहा था और उसने यह मुकाबला पांच शून्य से जीत कर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद खेल प्रेमियों को उम्मीद बढ़ गई थी कि विकासकृष्ण और मनीष कौशिक के पिछड़ने के बाद पूजा पदक की दौड़ में अग्रणी होकर सामने आएगी। शनिवार का दिन पूजा के लिए भी अच्छा नहीं रहा और वह बढ़िया खेल कर भी पिछड़ गई।
टोक्यो का अनुभव पूजा को बनाएगा परिपक्व
कैप्टन हवासिंह अकादमी के कोच संजय श्योराण ने कहा कि चीनी खिलाड़ी भले सीनियर रही पर पूजा ने भी अच्छा खेला। टोक्यो का अनुभव पूजा को और ज्यादा पारंगत बनाएगा। पूजा की काबिलियत पर भरोसा है। आने वाला समय इस मुक्केबाज के लिए बेहतर होगा। वह मेहनत में विश्वास रखती हैं और मेहनत मीठा फल जरूर लाती है। इसलिए हम कह सकते हैं पूजा का भविष्य उज्वल है।
बेटी ने अच्छा खेला पर कई बार भाग्य साथ नहीं होता
पूजा के पिता राजबीर सिंह ने कहा कि बेटी पूजा बहुत बढ़िया खेली। पर कई बार भाग्य साथ नहीं होता। शायद बेटी के साथ भी यही हुआ। पूजा कठिन परिश्रम करती रही है। इसी के बल पर वह आने वाले समय में शानदार खेलेगी और खेल प्रेमियों को फिर से खुशखबरी देगी। पूजा से बात हुई थी तो वह पूरे उत्साह में लग रही थी। कोई बात नहीं आने वाला समय और बढ़िया आएगा।
ओलंपियन पूजा बोहरा की उपलब्धियां वर्ष 2009 में खेलना शुरू किया था। वर्ष 2012 में मंगोलिया में हुई एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। वर्ष 2014 में कोरिया में हुए एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता। वर्ष 2019 में कर्नाटक में हुए एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड जीता। वर्ष 2021 में दुबई में हुए एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड पूजा बोहरा पांच बार की नेशनल चैंपियन हैं।
हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें