Tokyo Olympics 2020: मां की डेढ घंटे की पूजा न आई काम, 20 किलोमीटर की पैदल चाल में पिछड़ गए बहादुरगढ़ के राहुल

राहुल के पिता रोहताश रोहिल्ला इलेक्ट्रिशियन हैं। घर में ही उनकी छोटी सी दुकान है। घर में काफी पुराना ब्लैक एंड व्हाइट टीवी है और वह भी कई दिनों से खराब है। बेटे राहुल रोहिल्ला की दौड़ देखने के लिए वो अपने भाई के यहां से टीवी लाए।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 12:36 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 12:36 PM (IST)
Tokyo Olympics 2020: मां की डेढ घंटे की पूजा न आई काम, 20 किलोमीटर की पैदल चाल में पिछड़ गए बहादुरगढ़ के राहुल
टोक्‍यो ओलंपिक में 20 किलोमीटर पैदल चाल स्‍पर्धा के प्रतिभागी बहादुरगढ़ के राहुल हार गए

जागरण संवाददाता, हिसार। टोक्‍यो ओलंपिक में 20 किलोमीटर पैदल चाल प्रतिस्‍पर्धा में बहादुरगढ़ के राहुल का मैच करीब एक बजे शुरू हुआ। उनके जीतने की काफी उम्‍मीदें जताई जा रही थी। राहुल लंबे समय से मेहनत कर रहे थे और घर की आर्थिक हालत भी बहुत ज्‍यादा ठीक नहीं है। मगर राहुल इस स्‍पर्धा में 47 वें नंबर पर रहे, उन्‍होंने करीब 1 मिनट 32 सेकेंड में चाल पूरी की। जबकि क्‍वालिफाई राउंड में उन्‍होंने इसके लिए एक मिनट 20 सेकेंड ही लिया था। राहुल की मां ने मैच शुरू होते ही पूजा भी शुरू की, मगर डेढ घंटे की पूजा काम न आई और राहुल को हार का सामना करना पड़ा।

राहुल के पिता रोहताश रोहिल्ला इलेक्ट्रिशियन हैं। घर में ही उनकी छोटी सी दुकान है। घर में काफी पुराना ब्लैक एंड व्हाइट टीवी है और वह भी कई दिनों से खराब चल रहा है। घर की हालत को देखते हुए उसे ठीक नहीं कराया गया और नया अभी ले नहीं सके हैं। ऐसे में बेटे राहुल रोहिल्ला की वीरवार दोपहर बाद होने वाले दौड़ के मुकाबले को पड़ोसियों के यहां देखने का विचार बनाया था मगर अब वो अपने भाई के यहां से टीवी उठाकर अपने घर ले आए।

राहुल का मैच देखते हुए पिता व अन्‍य सदस्‍य

इंदिरा मार्केट निवासी रोहताश रोहिल्ला ने बताया कि राहुल की जीत की कामना पूरा शहर कर रहा था। पड़ोसी व रिश्तेदारों के शुभकामना संदेश आ रहे थे। वीरवार को भी लोग शुभकामना देने आए। मगर निराशा हाथ लगी।

फोन पर मैच देखते हुए राहुल की बहन

टोक्यो से फोन पर हुई बातचीत में राहुल ने बताया था कि मैं देश की झोली में पदक जरूर डालूंगा। मगर उनका यह सपना अधूरा रह गया। उन्‍होंने मेहनत खूब की शुरुआत में वे दूसरे नंबर पर चल रहे थे, मगर आखिर में पिछड़ गए। दो दिन पहले मां रामरती से भी बातचीत हुई थी।

घर मे बने मंदिर में माला जपती मां रामरती, बेटे राहुल का मैच नहीं देखा

जीत की दुआएं कर रह रहे थे शहरवासी

राहुल रोहिल्ला टोक्यो ओलिंपिक में 20 किलोमीटर पैदल चाल में भाग ले रहे थे। उनकी जीत की कामना के लिए शहरवासी दुआ कर रहे थे। इंटरनेट मीडिया पर दुआओं का दौर चला हुआ। लोग उनका फोटो अपलोड करके राहुल को जीत के लिए शुभकामना भेज रहे थे। कुछ लोग उनके घर जाकर भी स्वजनों का हौंसला बढ़ा रहे थे।

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