ब्लैक फंगस को रोकने के लिए सिरसा में रूट स्तर पर शुरू होगा कार्य, दो रोगियों की हो चुकी मौत

गांव में कार्यरत मेडिकल प्रेक्टिशनर से आइएमए के वरिष्ठ चिकित्सक रूबरू होंगे और उन्हें लक्षणों के बारे में अवगत करवाएंगे। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हाल में आयोजित होने वाली वर्कशॉप में मेडिकल प्रेक्टिशनर को आमंत्रित कर उन्हें कौन सी दवाएं देने से बचनेे संबंध में जानकारी दी जाएगी।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 05:43 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 05:43 PM (IST)
ब्लैक फंगस को रोकने के लिए सिरसा में रूट स्तर पर शुरू होगा कार्य, दो रोगियों की हो चुकी मौत
सिरसा में ब्लैक फंगस से दो की हो चुकी है मौत, नौ का चल रहा उपचार

सिरसा, जेएनएन। सिरसा में ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद अब प्रशासन ने रूट स्तर पर काम करने की योजना तैयार कर ली है। मंगलवार से गांव में कार्यरत मेडिकल प्रेक्टिशनर से आइएमए के वरिष्ठ चिकित्सक रूबरू होंगे और उन्हें लक्षणों के बारे में अवगत करवाएंगे। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हाल में आयोजित होने वाली वर्कशॉप में मेडिकल प्रेक्टिशनर को आमंत्रित कर उन्हें कौन सी दवाएं देने से बचनेे संबंध में जानकारी दी जाएगी। जिनकी वजह से कोरोना या ब्लैक फंगस के मामले में नुकसान हो सकता है। जिले में ब्लैक फंगस से दो की मौत हो चुकी है जबकि नौ और मरीज उपचाराधीन हैं।

कोरोना को लेकर पहले भी किया जा चुका है जागरूक

गांव में स्वास्थ्य सेवाएं मेडिकल प्रेक्टिशनर से जुड़ी हुई हैं इसीलिए प्रशासन ने कोरोना के मामले में उन्हें दवा देने के बारे में भी जागरूक किया है। कौन सी दवा उचित है और इनका कितना प्रयोग किया जाना चाहिए के बारे में उन्हें जानकारी दी गई। साथ ही प्रशासन ने मेडिकल किट भी दी है जिसमें कोरोना के लक्षण दिखने के बाद उनका उपचार किया जा सके। इस मेडिकल किट में वे सब दवाएं हैं जो कोविड उपचार के दौरान चिकित्सक देते हैं।

19 हजार किट बटी, साढ़े चार हजार की और डिमांड

बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने सामाजिक संगठनों के सहयोग से मेडिकल किट तैयार करवाई और इसे बंटवाए जाने की जिम्मेवारी प्रशासन को सौंपी है। संस्थाओं की ओर से संयोजक एडवोकेट संजीव जैन ने बताया कि अभी तक 19 हजार किट दी जा चुकी हैं और करीबन साढ़े 4 हजार किट की और डिमांड है। किट गांव में पहुंच चुकी हैं और उनसे उपचार भी शुरू हो गया है। अब प्रशासन एसडीएम कार्यालयों में भी इन किटों को उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि जरूर पड़ने पर और अधिक किटें तैयार करवाई जाएंगी।

दो की हो चुकी है मौत

ब्लैक फंगस से सिरसा के दो मरीजों की मौत हो चुकी है। एक मरीज बरूवाली प्रथम से तो दूसरा चाहरवाला गांव से था। दोनों में ही ब्लैक फंगस के लक्षण दिखे थे जिसके बाद आरंभिक उपचार सिरसा में दिया गया और फिर स्वजन उन्हें बेहतर उपचार के लिए जयपुर व अन्य स्थानों पर ले गए। सीएमओ डा. मुनीष बांसल ने ब्लैक फंगस से दो की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है। प्रशासन ने सात अन्य केसों की जानकारी दी है जबकि निजी चिकित्सक के अनुसार अब तक नौ केस आ चुके हैं।

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