फ्रांसी व लांधडी के प्राचीन रामदेव मंदिर पर लगा मेला, हजारों लोग वर्षों से आते हैं देखने

प्रतिवर्ष की भांती माघसूदी दशमी के अवसर पर गांव फ्रांसी लांधडी और कैमरी रोड स्थित प्राचीन बाबा रामदेव के मंदिर पर 22 फरवरी को विशाल मेले का आयोजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 06:45 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 06:45 AM (IST)
फ्रांसी व लांधडी के प्राचीन रामदेव मंदिर पर लगा मेला, हजारों लोग वर्षों से आते हैं देखने
फ्रांसी व लांधडी के प्राचीन रामदेव मंदिर पर लगा मेला, हजारों लोग वर्षों से आते हैं देखने

संवाद सहयोगी अग्रोह/ हिसार :

प्रतिवर्ष की भांती माघसूदी दशमी के अवसर पर गांव फ्रांसी, लांधडी और कैमरी रोड स्थित प्राचीन बाबा रामदेव के मंदिर पर 22 फरवरी को विशाल मेले का आयोजन किया।

बाबा रामदेव महाराज का वार्षिक मेला सोमवार को सुबह सवा चार बजे की आरती के बाद मन्दिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस मौके पर मेले के साथ प्रदेश के सुप्रसिद्ध भजन गायक मंडली द्वारा बाबा रामदेव का गुणगान किया गया। इसके साथ-साथ मंदिर में बाबा के विशाल भंडारे का आयोजन भी किया किया। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा का प्रसाद ग्रहण किया। वहीं कैमरी में भी बाबा रामदेव का विशाल मेला लगा हुआ है। यहां भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। लोग वर्षों से इन मेलों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं। ---------------- सभी धर्मों के अनुयायी लेते हैं भाग मंदिर पुजारी जय सिंह कालिया ने बताया कि बाबा रामदेव महाराज कलयुग के साक्षात अवतार और सच्चे देवता हैं। जिन्हे सभी धर्मो के लोग बडी श्रद्धाभाव से पूजते है। बाबा रामदेव ने अपने जीवन में छुआछूत जाती पाती और ऊंच-नीच का भेद दूर करके अपने जीवन को लोक काज के लिए अर्पण किया था। बाबा के समाधी स्थल रूणेचा से जगती जोत मन्दिर में स्थापित की गई है जहां मन्दिर में आकर श्रद्वालु अपनी अरदास बाबा के आगे लगाते है और बाबा अपने श्रद्वालुओं की मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। ----------------- मेले के साथ कुश्ती का भी होता है आयोजन वहीं गांव लांधडी के प्राचीन बाबा रामदेव मन्दिर पर भी अलसुबह से ही बाबा के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था। मन्दिर के मुख्य पुजारी मोनू भगत ने बताया कि पिछले कई दशकों से हरियाणा,पंजाब व राजस्थान क्षेत्र के लोग अपनी श्रद्धा लेकर लांधडी स्थित बाबा रामदेव के मन्दिर पर हर साल माघसूदी दशमी के दिन आते है और बाबा के दर्शन करते है। पुजारी मोनू भगत ने बताया कि इस मौके पर मेले के आयोजन के साथ कुश्ती दंगल का भी आयोजन किया गया। विजेता प्रतिभागियों को कमेटी द्वारा सम्मानित किया गया।

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