652 दुकानें, दो शौचालय, एक पर ताला

केंद्र सरकार के रिकार्ड में हिसार ओडीएफ प्लस प्लस यानि बेहतर शौचायल व्यवस्था वाला शहर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 06:07 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 06:07 AM (IST)
652 दुकानें, दो शौचालय, एक पर ताला
652 दुकानें, दो शौचालय, एक पर ताला

फोटो : 53

-केंद्र सरकार के रिकार्ड में हिसार ओडीएफ प्लस प्लस यानि बेहतर शौचायल व्यवस्था वाला शहर

पवन सिरोवा, हिसार

देश के स्वच्छता की लिस्ट में हिसार ओडीएफ प्लस प्लस यानि बेहतर शौचालय व्यवस्था वाला शहर है। इस शहर में त्योहारी सीजन में मुख्य बाजारों में लगातार ग्राहकी बढ़ रही है। प्रतिदिन पांच हजार से अधिक ग्राहक आर्यसमाज मार्केट से लेकर तेलीयानपुल तक की मार्केटों में पहुंच रहे हैं। मार्केट गुलजार है, लेकिन विडंबना देखिए शहर के मुख्य बाजारों में शुमार बिश्नोई मार्केट से लेकर आसपास की करीब 10 मार्केट में केवल दो शौचालय हैं, जिसमें एक कंडम हालत में होने से ताला लटका हुआ है। दूसरे में सफाई व्यवस्था बदहाल है, जो इस्तेमाल के लायक नहीं हैं। यह व्यवस्था नगर निगम की मजबूत कार्यशैली को दर्शाता है। वह भी तब जब इन शौचालयों की स्थिति का निगम के कमिश्नर से लेकर अन्य अधिकारियों के तक मामला संज्ञान में है। बावजूद इसके शौचालय की उचित व्यवस्था आज तक नहीं हुई। उधर, न्यू राजगुरु मार्केट व बिश्नोई मार्केट एसोसिएशन के प्रधान राजेंद्र चुटानी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये मार्केट राजनीति का शिकार है। व्यापारियों की जहां डिमांड है वहां मेयर के कुछ चहेते शौचालय बना नहीं देना चाहते है इसलिए इन मार्केटों में आज तक शौचालय नहीं बन पाए।

652 दुकानों के लिए दो शौचालय वे भी बदहाल (दुकानों का आंकडा एसोसिएशन के अनुसार)

आर्य समाज मार्केट - 120 दुकानें

पालिका बाजार - 27 दुकानें

फूल मार्केट - 10 दुकानें

हनुमान मंदिर मार्केट - 75 दुकानें

बिश्नोई मार्केट - 140 दुकानें

न्यू राजगुरु मार्केट - 35 दुकानें

लाला लाजपत राय मार्केट - 105 दुकानें

राजगुरु कांप्लेक्स - 75 दुकानें

बालन मार्केट - 30 दुकानें

लाला लाजपत राय मार्केट के साथ गौशाला मार्केट - 35 दुकानें

लाला लाजपत राय मार्केट - 100 से अधिक रेहड़ियां तीन साल के संघर्ष से महिला को मिला शौचालय

देश में स्वच्छ सर्वेक्षण में 150 स्वच्छ शहरों की लिस्ट में शामिल हिसार शहर में एक महिला व्यापारी स्वीटी जैन ने शौचालय के लिए संघर्ष करना पड़ा। उनके पति की भगत चौक मार्केट में दुकान थी। वह अपने पति का कारोबार में हाथ बटाने दुकान पर आती थी। शौच के लिए दूर दूसरी मार्केट में या अपने घर पर जाना पड़ता था। ऐसे में इस दंपति ने पांच फरवरी 2016 को निगम कमिश्नर से लेकर मंत्री तक से शौचालय की गुहार लगाई। बाद में शिकायत होने पर मामला हरियाणा मानवाधिकार आयोग में पहुंचा। तीन साल तक महिला ने शौचालय के लिए संघर्ष किया तो आयोग ने डीसी को 13 मार्च 2019 को तलब किया तो मार्केट में शौचालय बना और व्यापारियों ने राहत की सांस ली। अब यहीं हालात दो साल से इन बाजारों में बने हुए है दो साल से संघर्ष जारी है पर शौचालय नहीं मिल पा रहा। शौचालय पर राजनीति भारी

देश में जहां हर घर व बाजारों को शौचालय मुहैया करवाने के लिए केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत महत्वाकांक्षी योजना में करोड़ों खर्च रही है। वहीं हिसार में इसका उल्टा है। यहां शौचालय के लिए कई मार्केट की एसोसिएशन दो साल से शौचालय की मांग कर रही है लेकिन आज तक शौचालय नहीं मिला। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अफसरशाही कितनी हावी है। सीएम से लेकर सीएम तक भेजी शिकायतें रिजल्ट शून्य

10 मार्च 2020, नौ अप्रैल 2021, 24 जून 2021, 19 जुलाई 2021, 22 जुलाई 2021 को सीएम विडो सहित मेयर व निगम कमिश्नर को कई बार शौचालय व सफाई की शिकायतें की लेकिन समाधान आज तक नहीं हुआ। व्यापारी गुलशन कुमार ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक शौचालय की मांग की लेकिन राजगुरु मार्केट के अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए शौचालय पर राजनीति खेली गई और आज तक शौचालय नहीं मिला। स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत ओडीएफ प्लस प्लस का हिसार को तमगा देने वाले का सर्वे भी जांच का विषय है।

दोनों शौचालय की स्थिति

- दिल्ली रोड पर मुख्य मार्ग के पास शौचालय है। व्यापारी गुलशन कुमार ने बताया कि उसमें साफ सफाई ही नहीं है हालात बदहाल है।

- तेलीयानपुल के पास सब्जीमंडी में है। जिसके सामने फड़ व रेहड़ी वालों ने कब्जा कर रखा है। शौचालय पर ताला लगा दिया ताकि कोई शौच के लिए यहां न आ सकें। यह मामला निगम अफसरों के संज्ञान में है फिर भी शौचालय के सामने से रेहड़ी व फड़ नहीं हटी। ऐसा बिना निगम की मिलीभगत के संभव नहीं हो सकता है।

वर्जन

मेयर के चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए मार्केट में शौचालयों के नाम पर राजनीति हो रही है। दो साल से व्यापारी शौचालय की मांग कर रहे है लेकिन शौचालय उपलब्ध नहीं हो पाना साफ नजर आ रहा है कि स्वच्छ भारत मिशन केवल नाम का ही रह गया है। शौचालय व्यवस्था पर सरकार कागजी औपचारिकताएं कर ही वाहवाही लूट रही है।

-राजेंद्र चुटानी, प्रधान, न्यू राजगुरु मार्केट व बिश्नोई मार्केट एसोसिएशन, हिसार।

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