विधायक देवेंद्र बबली प्रकरण में गिरफ्तार तीसरा आंदोलनकारी भी रिहा, किसानों ने मनाया जश्न

टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र बबली व किसानों के बीच आपसी विवाद हो गया। विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि विधायक पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना में विधायक का निजी सचिव घायल हो गया। पुलिस ने तीन मुख्‍य आरोपितों को पकड़ लिया। जिसमें एक की रिहाई बाकी थी

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 04:21 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 04:21 PM (IST)
विधायक देवेंद्र बबली प्रकरण में गिरफ्तार तीसरा आंदोलनकारी भी रिहा, किसानों ने मनाया जश्न
1 जून को टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र व किसानों के बीच हुआ था विवाद, अब हुआ खत्‍म

फतेहाबाद, जेएनएन। विधायक देवेंद्र बबली प्रकरण में टोहाना में मंगलवार दोपहर 1 बजे गिरफ्तार किए गए किसान गांव फतेहपुरी निवासी मक्खन सिंह को रिहा कर दिया गया। किसान के टोहाना पहुंचते ही जिला प्रशासन व किसानों के बीच चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया। किसानों ने सोमवार को सदर थाना के अंदर व बाहर लगाया गया धरना समाप्त कर दिया था। लेकिन एक किसान की रिहाई न होने के कारण मामला अटक गया था। किसानों ने एलान कर दिया था कि अगर किसान की रिहाई नहीं होती है तो वो फिर से धरना देंगे। जिससे जिला प्रशासन की सांसे अटक गई थी।

किसान की रिहाई के लिए स्थानीय प्रशासन ने मंत्री तक बात की। अधिकारियों व मंत्रियों से बात होने के बाद आखिरकार गिरफ्तार किए गए किसान मक्खन सिंह को रिहा कर दिया गया। जिला प्रशासन की तरफ से इंटरनेट मीडिया पर रिहाई का फोटो भी डाला गया ताकि किसानों व जिला प्रशासन के बीच जो विवाद चल रहा है वो समाप्त हो जाए। किसान के टोहाना पहुंचने पर किसानों ने स्वागत किया और अपनी जीत बताया।

1 जून को शुरू हुआ था विवाद

टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र बबली व किसानों के बीच आपसी विवाद हो गया। विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि विधायक पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना में विधायक का निजी सचिव घायल हो गया। पुलिस ने दो अलग अलग शिकायतों पर 8 किसानों पर मामला दर्ज कर दिया। 2 जून को भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी आदि नेता पहुंचे और दर्ज मामले वापस लेने की गुहार लगाई। किसानों ने 7 जून को थाना का घेराव करने की चेतावनी। लेकिन एक पक्ष विधायक देवेंद्र बबली की कोठी पर पहुंच गए। जिस पर पुलिस ने 27 किसानों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया। 3 जून की को पुलिस ने 24 किसानों को रिहा कर दिया था। पुलिस ने रवि, विकास व मक्खन को जेल भेज दिया था। 4 जून को किसानों ने टोहाना में डेरा डाल लिया और धरना शुरू कर दिया।

उसी दिन विधायक देवेंद्र बबली व किसानों के बीच बातचीत हुई तो विधायक ने खेद प्रकट करते हुए अपने मामले वापस लेने की बात कह दी थी। जिससे के बाद मामला शांत हो गया। लेकिन जिला प्रशासन ने कहा कि वो मामला वापस नहीं लेंगे। 5 जून दोपहर 3 बजे किसानों ने सदर थाना के बाहर धरना दे दिया। जिसके बाद दो किसान रवि व विकास को रिहा कर दिया गया। 41 घंटे के बाद किसानों ने सदर थाना से 7 जून को धरना समाप्त कर दिया। लेकिन एक किसान की रिहाई न होने पर पेंच फंसा हुआ था।

दूसरे जिलों से आई पुलिस को भेजा वापस

टोहाना में किसानों व जिला प्रशासन के बीच चल रहे विवाद के कारण फतेहाबाद, सिरसा, जींद व हिसार की पुलिस टोहाना पहुंच गई थी। सोमवार को धरना समाप्त तो हो गया था। लेकिन किसानों के एलान के बाद पुलिस को भी वापस नहीं भेजा था। मंगलवार दोपहर को किसान की रिहाई के बाद मामला शांत हो गया और सभी पुलिस कर्मचारियों को अपने अपने जिले में भेज दिया है।

-----किसानों व जिला प्रशासन के बीच जो विवाद था वो हल हो गया है। किसी तरह की कोई हिंसा नहीं हुई। मामला बैठक के द्वारा हल निकाल लिया गया है। कानूनी प्रक्रिया के तहत ही सब कार्य किए गए है।

डा. नरहरि सिंह बांगड़, उपायुक्त फतेहाबाद।

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